गया(संवाददाता धीरज गुप्ता) – शैक्षणिक भ्रमण छात्रों को प्रेरित करने और उन्हें सक्रिय सीख के

अनुभव का एक महत्वपूर्ण और प्रभावी साधन है यह प्रतिभागियों को अनौपचारिक सेटिंग में एक दूसरे से मिलने और बातचीत करने और वास्तविक दुनिया की स्थिति से अवगत कराने का अवसर प्रदान करता है और इसे ध्यान में रखते हुए महाबोध फाउंडेशन ने ‘महाबोध स्कॉलर्स’ के लिए के लिए रविवार, 07 अप्रैल 2019 को नालंदा और राजगीर के लिए दूसरा ‘एजुकेशनल फील्ड ट्रिप ‘आयोजित किया और इस शैक्षणिक यात्रा में भाग लेने वाले कुल 55 विद्वानों और उनके माता-पिता को एक समूह में लक्जरी यात्रा का यह पहला अनुभव था यह समूह गया से बस द्वारा चलकर सुबह 10:00 बजे नालंदा विश्वविद्यालय पहुंचा और जहाँ निदेशक ग्रुप कैप्टन (सेवानिवृत्त) राहुल पाठक ने इनका स्वागत किया और नालंदा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने 5 वीं शताब्दी ए डी के दुनिया के सबसे महान विश्वविद्यालयों में से एक ‘नालंदा विश्वविद्यालय’, इसके खंडहर और वर्तमान सेट अप- जो कि प्राचीन ‘नालंदा विश्वविद्यालय’ के रेप्लिका के रूप में भारत सरकार द्वारा पुनर्जीवित किया गया है पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी है इसके बाद समूह ने राजगीर की यात्रा की और होटल राजगीर रेजीडेंसी में ‘ड्रीम लंच’, स्मारकों और स्थलों की यात्रा के लिए के लिए शामिल हुए हैं महाबोध फाउंडेशन ने ‘टीम नालंदा विश्वविद्यालय’ और माननीय कुलपति,मैडम सुनैना सिंह को नालंदा विश्वविद्यालय में व्यवस्थाओं के लिए,कालरा एसोसिएट के महेश कालरा को पूरी यात्रा के प्रायोजन के लिए और ‘बिहार टूरिज्म’ के लिए विद्वानों के लिए वीआईपी व्यवस्था करने के लिए धन्यवाद देती है। updated by gaurav gupta

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