रिपोर्ट,, धर्मेन्द्र सिंह

गोवर्धन में मनाया सावित्री बाई फुले का जन्मदिवस भारतरत्न की उठी मांग

अनुभवीआँखें न्यूज डेस्क
भारत की प्रथम महिला शिक्षिका, समाज सुधारिका एवं मराठी कवित्री सावित्री बाई फुले का 190 वां जन्म दिवस 3 जनवरी रविवार को गोवर्धन बरसाना मार्ग स्थित सैनी धर्मशाला में सावित्री बाई फुले के चित्रपट पर पुष्पांजलि अर्पित कर हर्षोल्लास से मनाया गया. इस दौरान सावित्री बाई के जीवन शैली पर प्रकाश डालते हुए विजेंद्र सैनी ने कहा कि उन्होंने अपने पति ज्योतिराव गोविंदराव फुले के साथ मिलकर स्त्री अधिकारों एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए.वे प्रथम महिला शिक्षिका थीं.उन्हें आधुनिक मराठी काव्य का अग्रदूत माना जाता है.
3 जनवरी 1848 में पुणे में अपने पति के साथ मिलकर विभिन्न जातियों की नौ छात्राओं के साथ उन्होंने महिलाओ के लिए एक विद्यालय की स्थापना की.एक वर्ष में सावित्रीबाई और महात्मा फुले पाँच नये विद्यालय खोलने में सफल हुए थे.डा0 मुकेश सैनी ने बताया कि 10 मार्च 1897 को प्लेग के कारण सावित्रीबाई फुले का निधन हो गया था. प्लेग महामारी में सावित्रीबाई प्लेग के मरीज़ों की सेवा करती थीं.एक प्लेग के छूत से प्रभावित बच्चे की सेवा करने के कारण इनको भी छूत लग गया और इसी कारण से उनकी मृत्यु हुई.उन्होंने पिछड़ा दलित समाज की बालिकाओं महिलाओ को शिक्षित करने पर जोर दिया था।

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