गया(संवाददाता धीरज गुप्ता) – गया के समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में विभागीय प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा, जलापूर्ति योजना एवं अन्य योजनाओं की समीक्षा बैठक की गई जिले में भीषण गर्मी एवं लूकी के प्रकोप को देखते हुए जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि जिन वार्डों में नल जल योजना का पैसा ट्रांसफर हो गया है वहां तत्काल बोरिंग करा दिया जाए ताकि लोगों को पानी मिल सके एवं उन्होंने कहा कि यह सबसे सर्वोत्तम समय है बोरिंग कराने का। ताकि यह भी पता चल सकेगा कि पानी किस स्तर पर मिलेगा और आजकल के कराए गए बोरिंग कभी सूखेगा नहीं है
जिलाधिकारी ने बताया कि 200 चापाकल सैंक्शन हुआ है बीडीओ प्रायरिटी वाले क्षेत्र का नाम बता दे तो वहां चापाकल लगवा दिया जाएगा और उन्होंने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने क्षेत्र की आवश्यकता अनुसार ट्रैक्टर ट्रॉली के माध्यम से सिंटेक्स द्वारा जलापूर्ति करें। कार्यादेश पीएचईडी के द्वारा दिया जाएगा और भुगतान पीएचडी के रेट पर ₹1100 प्रतिदिन की दर से किया जाएगा। जलापूर्ति का सत्यापन संबंधित कनीय अभियंता द्वारा किया जाएगा और उन्होंने कहा कि नल जल योजना के तहत वार्ड समिति द्वारा क्रय किए जाने वाले सिंटेक्स का उपयोग किया जा सकता है उन्होंने कहा कि पीएचईडी के कनीय अभियंता क्षेत्र में रहेंगे और अपने मोबाइल चालू रखेंगे यदि वे फोन रिसीव नहीं करते हैं तो उनके विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाएगी,आयुक्त महोदय द्वारा दिए गए आदेश के आलोक में अतरी एवं मोहरा में 3-3 मरम्मति गैंग, बाराचट्टी मोहनपुर एवं अन्य क्रिटिकल प्रखंडों में 4-4 मरम्मति गैंग रख लिया गया हैं इसकी जानकारी कार्यपालक अभियंता पीएचईडी के द्वारा दी गई। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपनी आवश्यकता अनुसार स्थानीय स्तर पर मरम्मति गैंग रख लें एवं भुगतान पीएचडी द्वारा किया जाएगा और
जल आपूर्ति से संबंधित सूचना के लिए *पीएचइडी ने नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जिसका दूरभाष नंबर 0631 2220 611 है*। शहरी क्षेत्र में *उडको ने नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है जिसका दूरभाष नंबर 0631 2 222 241 है तथा एक टॉल फ्री नंबर 1800 345 1614 है*। *नगर निगम ने जलापूर्ति के लिए अपना कंट्रोल रूम स्थापित किया है जिसका दूरभाष नंबर 0631 2222 302 है* *बिजली विभाग ने अपना नियंत्रण कक्ष एक मोबाइल पर स्थापित किया है जिसका नंबर 70330 95808 है*, मोबाइल 24 घंटे चालू रहता है। बिजली से संबंधित सूचना या शिकायत इस दूरभाष नंबर पर की जा सकती है *नगर पंचायत, टिकारी का जलापूर्ति नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 0631 2272 009* तथा *नगर पंचायत बोधगया के जलापूर्ति नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 0631 2200719* तथा *जलापूर्ति प्रभारी ओमप्रकाश का मोबाइल संख्या 99344 21793* है, जिसपर जल आपूर्ति से संबंधित सूचना या शिकायत की जा सकती है।जिलाधिकारी ने कहा कि ये सभी नंबर 24 घंटे खुले रखने चाहिए *जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नंबर 0631 2222253 है* इस नंबर पर भी जलापूर्ति से संबंधित शिकायत या सूचना दी जा सकती है जिलाधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि कंट्रोल रूम का नंबर या संबंधित किसी भी पदाधिकारी का मोबाइल फोन बंद मिला तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी औरउन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम में बैठे कर्मी या पदाधिकारी एसओपी के अनुसार कार्य करेंगे एवं वे प्राप्त शिकायत या सूचना को निष्पादित करने हेतु संबंधित पदाधिकारी को सूचित करेंगे जिसका आधे घंटे के अंदर निवारण किया जाना अनिवार्य होगा और समस्या का समाधान होने के उपरांत कंट्रोल रूम को पुनः उस पदाधिकारी के द्वारा सूचना दी जाएगी कि शिकायत का निराकरण कर दिया गया है यदि उस पदाधिकारी से निराकरण नहीं होता है तो नियंत्रण कक्ष द्वारा इसे वरीय पदाधिकारी को अवगत कराना होगा और सभी सूचनाएं एवं शिकायत को एक पंजी में संधारित करना अनिवार्य होगा एवं उन्होंने कहा कि वे स्वयं नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण करेंगे और यदि इसमें त्रुटि पाई गई तो संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी और नगर निगम गाना जलापूर्ति की संख्या में नगर आयुक्त ने बताया कि 76 पॉइंट है यहां पर जलापूर्ति की समस्या है वहां टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है शहरी क्षेत्र में 253 पियाऊ है जिनमें से 228 कार्यरत है 75 भिट है जिनमें से 73 कार्यरत हैं। 750 चापाकल है जिनमें 620 चल रहा है 25 की मरम्मति कराई गई है जिलाधिकारी ने कहा कि वाटर कूलर के बिना पियाऊ का प्रयोग नहीं किया जा रहा है उन्होंने कहा कि कल 6 स्थलों पर वाटर कूलर लगवाएं और बोधगया,टिकारी एवं शेरघाटी नगर पंचायत ने अपने अपने क्षेत्र के जल आपूर्ति के संबंध में जानकारी दी है जिलाधिकारी ने शहरी क्षेत्र के सरकारी अस्पताल में जलापूर्ति की व्यवस्था की जांच कार्यपालक अभियंता जल पर्षद,नगर निगम को आज ही करके संध्या में प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया गया है आरटीपीएस के तहत प्राप्त आवेदनों की समीक्षा के दौरान 31 मार्च 2019 के पूर्व के एक्सपायर्ड आवेदनों के लिए संबंधित अनुमंडल पदाधिकारियों को संबंधित पदाधिकारी के विरुद्ध जुर्माना अधिरोपित करने का निर्देश दिया गया और मार्च 2019 के बाद प्राप्त होनेवाले आवेदनों को 30 जून तक निष्पादित करने का निर्देश दिया गया।इस बैठक में जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के अंतर्गत तृतीय चरण का आवेदन ऑनलाइन लिया जा रहा है तथा सभी प्रखंडों के लिए लक्ष्य भी निर्धारित किए गए हैं जिलाधिकारी ने लक्ष्य के अनुरूप आवेदन प्राप्त करने का निदेश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया है लोहिया स्वच्छ बिहार योजना के अंतर्गत शौचालय निर्माण के लिए लंबित 43 हज़ार लाभुकों का भुगतान को 30 जून तक देने का निर्देश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा प्रखंड समन्वयक को दिया गया इस बैठक में जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि पैक्स के चुनाव का समय आ गया है राज्य स्तरीय बैठक में निर्देशित किया गया है कि गया में पितृपक्ष मेला के पूर्व पैक्स का चुनाव संपन्न करा लिया जाए और पैक्स चुनाव में मतदान केंद्र निबंधित पैक्स मुख्यालय को ही बनाया जाएगा तथा 30 जून तक नए मतदाता अपना नाम जुड़वा सकते हैं इस बैठक में चिकित्सक एम ई हक द्वारा ए ई एस बीमारी के संबंध में बताया गया उन्होंने कहा कि यह बरसात के मौसम में शुरू होता है तथा जाड़ा में खत्म होता है एक्वाएर्ड इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम बीमारी जेपनीज इंसेफेलाइटिस की तरह ही है जिसमें हाइपोगलैसीमिया के कारण शुगर लेवल कम हो जाता है से कम शुगर लेवल 60 से कम होने पर इस बीमारी का आक्रमण होता है खास करके वैसे जगह जहां सूअर पाए जाते हैं इसका प्रकोप ज्यादा होता है इसके लिए टीकाकरण किया गया है लेकिन शत-प्रतिशत टीकाकरण के बावजूद भी यह 80 से 83% ही सुरक्षा देता है प्रभावित क्षेत्र के लोगों को इंडिया-3 चापाकल का प्रयोग करने का सुझाव उन्होंने दिया। उन्होंने कहा कि लू एवं गर्मी से पीड़ित व्यक्तियों के ऊपर बर्फ का प्रयोग करने एवं पेरासिटामोल देने पर उसे आराम मिल जाता है लेकिन एईइस से प्रभावित बच्चे को नाक बंद न करने, उसे खुली हवा में रखने ताकि उसे पर्याप्त हवा मिल सके साथ ही खुले में लिटाने और माथा और पैर को ऊपर करके रखने एवं तत्काल अस्पताल लाने का सुझाव उन्होंने दिया है और उन्होंने कहा कि इसका प्रभाव ज्यादातर रात में होता है और इसके लिए प्रचार-प्रसार किया जाना आवश्यक है सफाई रखने,नाली में फिनाइल या केरोसिन डालने, बच्चों को खाने से पहले हाथ धुलवाने चाहिए, उन्हें प्रायः ओ आर एस का घोल या नमक चीनी का घोल देना चाहिए,ताकि इसका आक्रमण उसपर न हो सके। updated by gaurav gupta

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