मधेपुरा(संवावदाता चंचल कुमार) -गुरुवार को संयुक्त छात्र संगठन एनएसयूआई, एसएफआई, बीवीएम, एआईएसएफ, छात्र हम, एलजेडी के द्वारा संयुक्त रूप से विवि प्रेक्षागृह में आयोजित सीनेट का 19 वां वार्षिक बैठक के दौरान जोरदार तरीके से विरोध किया गया। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि विवि प्रशासन छात्रों की समस्याओं के प्रति संवेदनहीन बनती जा रही है। छात्रों के किसी भी समस्याओं को विवि प्रशासन समाधान नहीं कर पा रही है।
उन्होंने कहा कि सत्र 2011- 12 के प्री पीएचडी के छात्र को कोर्स वर्क में दर्जनों छात्रों को जानबूझकर विवि प्रशासन के द्वारा डिसक्वालिफाइड कर दिया गया। लेकिन जब छात्रों ने पुनर्मूल्यांकन कराने के लिए चालान भी कटाया तो विवि प्रशासन ने पैरवी एवं पहुंच वाले छात्रों को अधिक मार्क से फैल होने के बावजूद उन लोगों को पास कर दिया। लेकिन बाकी छात्रों के कॉपी का मूल्यांकन नहीं किया। वह निर्दोष छात्र आज सात साल से दर-दर भटक रहे है। निशांत यादव ने कहा कि स्नातक एवं पीजी के परीक्षा परिणाम में व्यापक पैमाने पर परीक्षा विभाग के द्वारा गड़बड़ी की गई है। हजारों छात्र छात्राएं महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। बिना पेंडिंग रिजल्ट क्लियर किए फॉर्म भरने का डेट दे दिया गया। एसएफआई के विश्व विद्यालय प्रभारी सारंग तनय ने कहा कि 29 नवंबर 2013 के बाद आज तक की पीएचडी का एंट्रेंस एग्जाम छह साल से नहीं ले सकी है।
विवि प्रशासन ने दीक्षांत समारोह में छात्रों को गोल्ड मेडल तो दे दिया लेकिन वह छात्र आज भी परीक्षा विभाग के चक्कर लगा रहा है। उन्होंने कहा कि बीएनएमयू प्रशासन रजत जयंती मनाने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति का काम कर रही है। सारंग ने कड़े लहजे में कहा कि बीएनएमयू छात्रों का टाइम किलर बन गया है। बीबीएम के विवि अध्यक्ष मुन्ना कुमार ने सीनेट की बैठक का विरोध करते हुए कहा कि बंद कमरे में करोड़ों अरबों का वजट तो पास होता है, लेकिन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता रहा है। टीपी कॉलेज के बीएड विभाग में हुई बहाली में व्यापक पैमाने पर धांधली की गई है और आरक्षण नीति का भी ख्याल नहीं रखा गया है।
उन्होंने कहा कि स्नातक पीजी के पेंडिंग रिजल्ट को जल्द प्रकाशित किया जाए। साथ ही उपस्थित स्नातकोत्तर भौतिक विभाग के छात्र राहुल पासवान ने कहा कि विगत दिनों डिपार्टमेंट जाने के दौरान प्रज्ञा प्रसाद के द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया और विभाग में जारी परीक्षा के दौरान भी डिस्टर्ब कर जातिसूचक गालियां दी और नाम काटने की धमकी दे डाली और कहा कि किसी भी हाल में तुम्हें स्नातकोत्तर का डिग्री नहीं लेने देंगे।
इस घटना से राहुल पासवान काफी आहत हैं और उन्होंने कहा कि विवि प्रशासन उन्हें बर्खास्त नहीं करता है तो मैं रोहित वेमुला की तरह आत्मदाह कर लूंगा। छात्र अध्यक्ष रविशंकर कुमार ने कहा कि बीएनएमयू प्रशासन लुटेरों का अड्डा बन गया है। माफियाओं के चंगुल में फंस गए हैं अगर विवि अपने तौर तरीकों में सुधार नहीं लाती है तो और उग्र आंदोलन किया जाएगा।
विरोध प्रदर्शन में उपस्थित एलसीडी मीडिया प्रभारी अरुण राज, पीएस कॉलेज अध्यक्ष नितेश, छात्र हम विवि अध्यक्ष नीतीश कुमार, एनएसयूआई के कौसल, मनीष, शिव शंकर एवं बीबीएम के सचिव नितीश कुमार ने कहा कि गर्ल्स हॉस्टल को अभिलंब चालू किया जाए. मोहन माही ने कहा कि बस रूट को विस्तारित किया जाए. मौके पर मंजू सोरेन, विकास, संतोष, सत्यम, दीपक, सुभाष, राजा, शुभम, अजीत, अमरेंद्र, एसएफआई के रुपेश मार्क्स, सतीश, विमल, विद्रोही, प्रीपीएचडी की छात्रा ब्यूटी कुमारी, संजय, निर्मल, दिलीप, दिलीप, अंजेश, दयानंद, मुरारी, नीतू कुमारी सहित दर्जनों छात्र मौजूद रहे। updated by gaurav gupta

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