पटना – राजद के युवा सम्राट भवेश प्रसाद यादव ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि किसानों को गेहूं, मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाने में आपराधिक लापरवाही की गई है.
इसकी भरपाई के लिए किसानों को प्रति एकड़ आठ हजार रुपए क्षतिपूर्ति दी जाए. ऐसा नहीं होगा तो सरकार किसान विरोधी कही जाएगी. राजद के युवा सम्राट ने मुजफ्फरपुर में समाज कल्याण के होम में बालिकाओं से दुराचार मामले को सीबीआई द्वारा जांच कराने की मांग की है.
युवा सम्राट ने चिंता जताई कि नेताओं के अपशब्द वाले बयानों के कारण जनसमस्याएं दब रही है. राजद के युवा सम्राट ने रविवार को राजद के प्रदेश कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि सरकार सूखा घोषित करने के लिए 15 अगस्त की प्रतीक्षा कर रही है. तब तक तो अकालग्रस्त की स्थिति हो जाएगी.
इस साल गेहूं की खरीद मात्र 25 हजार टन हुई जबकि लक्ष्य घटाकर दो लाख टन कर दिया गया था सरकार घोषणा कर रही है कि लागत से डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य देंगे.
हकीकत तो यह है कि किसानों को अनाज एमएसपी से करीब 400 रुपए प्रति क्विंटल बेचना पड़ा. सरकार किसानों को घोषित समर्थन मूल्य दिलाने में विफल रही है. प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, केंद्रीय खाद्य मंत्री और कृषि मंत्री को पंच मानते हुए मांग की कि सरकार किसानों से किया वादा पूरा करें. केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री रामविलास पासवान से पूछा कि वह बताएं की एफसीआई अन्य राज्य की तरह बिहार में अनाज खरीद का काम क्यों नहीं करती.
अनाज खरीद में स्टेट एजेंसी विफल है. राजद के युवा सम्राट ने कहा कि सवर्ण समाज किसी पार्टी का बंधुआ मजदूर नहीं है. यदि यह समाज समरस समाज के लिए राष्ट्रीय जनता दल के साथ आना चाहे तो हमारे दरवाजे खुले हैं. उन्हें हर तरह से सम्मान दिया जाएगा|updated gaurav gupta

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