कांडी( झारखंड) – आजादी के बाद बिजली का नाम आया बिजली नहीं।कांडी में बिजली का नाम आया,बिजली नहीं…

बताते चलें कि कांडी प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत ग्रामपंचायत-घटहुआँ कला के ग्राम- सेतो के ग्रामीण अब भी बिजली को तरस रहे हैं। कहीं तार लगा है तो कहीं कहीं पोल। कई पोल (खम्भा) पहले ही झुक व गिर चुके हैं। उक्त गांव के लोगों ने बताया कि बिजली विभाग का कार्य इतनी मध्यम गति से चल रहा है की बिजली आते-आते एक पीढ़ी और समाप्त हो जाएगी। कब तक ढिबरी युग मे रहने पर विवश रहेंगे इस गांव के लोग। साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि ठीकेदार से कहने पर ठीकेदार बताता है कि आज होगा कल होगा।इस प्रकार महीनों बीत गए। ग्रामीण ने ग्रिड कर्मी से भी यहां पड़े अधूरे कार्य को पूर्ण करने के लिए कहा।जबाब देते हुए कर्मियों ने कहा कि इसके लिए एसडीओ का आदेश चाहिए।यह समझ ग्रामीण ने आशा करते हुए एसडीओ को भी आवेदन लिखा है । इस क्षेत्र के ग्रामिण जनता के साथ खिलवाड़ तो नही किया जा रहा है। क्या इस लचर बेवस्था का जिम्मेवार बिजली विभाग है या सरकार या कोई भी हो लेकिन इस छेत्र के जनता के साथ ऐसा क्यों हो रहा है । कांडी मझिआंव प्रखंड बिजली के मामले में बहुत ही पिछड़ा छेत्र है। कांडी प्रखंड क्षेत्र मे बहुत से ऐसे गांव है कि अभी तक बिजली के खंभे तक नहीं लगा हुआ है । अगर खंभा लगा भी है तो तार लगने से पहले ही झुक गया है । क्या यह बिजली विभाग के अधिकारीयों का लापरवाही का शंकेत है या हो रहे कार्य मिलीभगत का सिकार हो गया है ।बताते चलें कि 33 हजार जो कांडी ग्रिड को जोड़ता है वो भी 3 ऑर 4 के आंधी में गिर गया था जो वह बना दिया गया है ।वैसे ही बरडीहा-प्रखण्ड के बभनी गाँव के स्कूल टोला में नये खंभा और ट्रांसफार्मर लगाया गया वो गिर गए । मौके पर-वार्ड सदस्य-नाजिर अंसारी,संजय बैठा,इदरीश अंसारी,मुन्ना बैठा,बब्लू रजक,इमामुदिन अंसारी,सुलेमान अंसारी,आलोक बैठा,सुरेश बैठा,जलील अंसारी सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।संवाददाता-विवेक चौबे updated gaurav gupta

loading...