नई दिल्ली: श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया ने 9 विकेट की शानदार जीत दर्ज की. शिखर धवन के नाबाद 132 और विराट कोहली के अविजित 82 रनों की पारी की बदौलत भारत ने 217 रनों के लक्ष्य को महज 28.5 ओवर में पूरा कर लिया. इस धमाकेदार जीत के बाद भी टीम इंडिया के लिए इस मैच में एक चिंता की बात हुई. चोट से उबरने के बाद टीम में लौटे ओपनर रोहित शर्मा के आउट होने का तरीका सबक ध्यान खींचने वाला रहा. पिछले तीन महीने में रोहित शर्मा दूसरी बार इसी तरह से आउट हुए. उनके आउट होने का यह तरीका इसलिए चर्चा में है क्योंकि इस साल अक्टूबर से अगर किसी बल्लेबाज के सामने यह स्थिति बनती है तो उसे आउट नहीं दिया जाएगा. ऐसे में आपके दिमाग में सवाल उठ रहे होंगे कि भला रोहित शर्मा के आउट होने और अक्टूबर का क्या माजरा है?
श्रीलंका के खिलाफ मैच के दौरान आपने गौर किया होगा रन लेने हुए रोहित शर्मा के हाथ से बल्ला गिर जाता है, लेकिन वे दौड़क क्रीज के अंदर पहुंच जाते हैं. रोहित जब तक क्रीज के अंदर की जमीन से अपना पैर सटाते उससे पहले फिल्डर का फेंका गया थ्रो विकेट की गल्लियां बिखेर देता है. इस तरह रोहित शर्मा रन आउट करार दिए जाते हैं.
इसी साल जून में चैंपिंयस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ लीग मैच में रोहित शर्मा रन लेने के दौरान अपना बल्ला क्रीज के अंदर पहुंचा देते हैं, लेकिन जब तक उनका बल्ला क्रीज कें अंदर की जमीन को छूती उससे पहले ही फिल्डर का थ्रो विकेट की गिल्लियां बिखेर देता है. इस तरह रोहित शर्मा आउट हो जाते हैं. इस साल एक अक्टूबर से इन दोनों हालातों में बल्लेबाज आउट नहीं होगा.
दरअसल, आईसीसी के नए नियम के मुताबिक अगर बल्लेबाज पहले से पॉपिंग क्रीज में अपने बैट या बॉडी को ग्रॉउंडेड कर चुका है, लेकिन जब गेंद स्टंप पर लगी तब उसका बल्ला या बॉडी हवा में है तो उसे आउट दिया जाता था. क्रिकेट के नियम तय करने वाली संस्था मैरिलबोर्न क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने क्रिकेट के नियमों में कई बदलाव किए हैं. रन आउट लेकर भी एक बदलाव किया गया है. बदले गए नियम 1 अक्टूबर 2017 से लागू होंगे.