फारबिसगंज (अररिया) – नागरिक अधिकार मंच की एक आवश्यक बैठक स्थानीय फैंसी मार्केट परिसर में शाहजहां शाद की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान विरोधी कानून की सदस्यों ने भर्त्सना की एवं देश के विभिन्न हिस्सों में चल रहे किसान आंदोलन व दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हुए किसानों के समर्थन में सरकार द्वारा जल्द फैसला नहीं लेने पर चरणबद्ध आंदोलन करने की बात कही गई। मंच के अध्यक्ष शाहजहां शाद ने कहा कि मौजूदा सरकार देश को पूरी तरह से बर्बाद करने की कगार पर है।मानव की मूल आवश्यकता रोटी, कपड़ा, मकान और शिक्षा सब त्राहिमाम की स्थिति में है। सरकार कोरोना के नाम पर पहले से शिक्षा को बर्बाद करने पर तुली है। देश में शिक्षण संस्थान बंद है और सरकार सोई हुई है। वहीं अब देश के अन्नदाता के जीवन को भी नर्क बनाने में केंद्र सरकार तुली हुई है। एक के बाद एक बेतुके कानून को लाकर पूरे देश में हलचल पैदा कर दिया गया है। मौलाना अब्दुल रहमान कासमी ने कहा कि जो सरकार शिक्षा और कृषि को पर बेतुके बयान और गैर जिम्मेदाराना रवैया दिखा रही है उससे कोई उम्मीद नहीं रखता रखा जा सकता। समाज के सभी वर्गों को एक साथ आकर सरकार के इस निंदनीय पूर्ण किसान कानून बिल का विरोध करना चाहिए क्योंकि किसान है तो हम हैं यह बात सरकार को समझना चाहिए कि बिना उनके कुछ भी नहीं हो सकता और अन्नदाता को परेशान करने से बड़ा पाप कोई नहीं। वही इस मौके पर शाहजहां शाद, गुड्डू अली, राशिद जुनैद, इकराम अंसारी, मौलाना फिरोज नदवी, गयासुद्दीन कारी, अब्दुल हसीब मुफ्ती, जावेद कासमी, मौलाना अब्दुल रहमान कासमी, मोहम्मद कलीम उद्दीन, मुफ्ती याकूब नदवी, नासिर अंसारी , निहाल अंसारी मोहम्मद नसीम अफज़ल हुसैन नफीस रजा इत्यादि सभी साथी मौजूद रहे। रिपोर्ट – अब्दुल वहाब, updated by gaurav gupta