मऊरानीपुर (झाँसी) – नगर मऊरानीपुर के मुहल्ला गाँधीगंज जिसका प्राचीन नाम गडधुरिया गंज जो इस मुहल्ले के प्रसिद्व प्राचीन गडधुरिया मन्दिर में विराजे महाराज के दिये हुये नाम पर रहा जो आज तक उन्ही के नाम पर चलता आ रहा है। और आगे भी चलेगा। इसी के चलते मन्दिर में विराजे गडधुरिया जी के द्वारा जो कथा वाचक राजा कृष्ण शास्त्री जी को सपना दिया गया था। उसको कथा वाचक जी द्वारा साकार कर दिया गया। जिसमें कथा वाचक जी ने श्रीमद्भागवत संगीतमय सप्ताह ज्ञानयज्ञ के द्वारा कथा का आयोजन अपने द्वारा कथा के माध्यम से नगरवासियों में ज्ञान की गंगा ही बहाकर रख दी। जिसमें सैकडों महिलायें प्रतिदिन कथा में शामिल देखी जाती रही। कथा 20 नवम्बर से 26 नवम्बर तक संगीतमय रुप में हुयी। जिसकी जलयात्रा भी 20 नवम्बर में गाजे- बाजे के साथ कलश के साथ सैकडों महिलायें जल यात्रा में ंदेखी गयी थी। जिसमें लोगों ने भक्ति भावना में काफी श्रीमद्भागवत का आनन्द उठाया। और ज्ञान को प्राप्त किया। वही कथा वाचक राजा कृष्ण शास्त्री जी ने अपने गडधुरिया जी के दिये हुये सपने को साकार करके रख दिया। वही कथा वाचक जी ने अपनी कथा से नगर में ही नही बल्कि दूर- दूर तक अपने साथ अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया। यह काफी छोटी उम्र में इतने बडे मुकाम तक पहुँचे इसकी पूरे नगर मे काफीं चर्चा है। कथावाचक राजा कृष्ण शास्त्री की संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा से नगर में एक सप्ताह 20 से 26 नवम्बर तक जोरदार धार्मिक माहौल देखा गया। इसी के चलते 27 नवम्बर में विधि विधान के साथ संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का समापन हुआ। और श्रीमद्भागवत कथा में रहे सभी ब्रहमणों की विदाई की गयी। और भण्डारे का भी आयोजन किया गया। जिसमें सैकडों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। रिपोर्ट_सौरभ भार्गव अनुभवी आँखें न्यूज मऊरानीपुरupdated by gaurav gupta

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