राष्‍ट्रपति चुनाव पर बढ़ती सियासी तपिश के बीच सूत्रों के मुताबिक शिवसेना नया दांव खेलते हुए मशहूर कृषि वैज्ञानिक एमएस स्‍वामीनाथन का नाम आगे कर सकती है. बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह शुक्रवार से महाराष्‍ट्र के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. उनकी इस दौरान शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे से मुलाकात संभव है. सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में शिवसेना प्रमुख एमएस स्‍वामीनाथन की उम्‍मीदवारी पर चर्चा कर सकती है. दरअसल शिवसेना के इस कदम को नया दांव इसलिए कहा जा रहा है क्‍योंकि इससे पहले उसने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की उम्‍मीदवारी का समर्थन किया था. हालांकि खुद भागवत ने इस तरह की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया.

माना जा रहा है कि बीजेपी अध्‍यक्ष की उद्धव से मुलाकात राष्‍ट्रपति चुनाव के संदर्भ में हो रही है क्‍योंकि शिवसेना ने पहले से इस मसले पर स्‍वतंत्र रुख रखने की धमकी दी है. इस संबंध में बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ”हमें शिवसेना के वोट मिलने की उम्मीद हैं.” उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय पार्टी एक ऐसे उम्मीदवार के खिलाफ वोट करना नहीं चाहेगी जिसके अगला राष्‍ट्रपति बनने की प्रबल संभावना है.

शिवसेना के मुखपत्र सामना में कहा गया है कि शाह 18 जून को ठाकरे से मुलाकात करेंगे. महाराष्‍ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच संघर्ष के कारण दोनों हिंदुत्व पार्टियों के बीच रिश्ते लंबे समय से तनावपूर्ण हैं. शिवसेना का राष्‍ट्रपति चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार के खिलाफ वोट देने का इतिहास रहा है.

शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने हाल ही में कहा था कि उनकी पार्टी चुनाव में स्वतंत्र रुख अपना सकती है. पार्टी ने एक बयान में कहा कि बाद में शाह मुख्यमंत्री के आवास पर राज्य मंत्रियों के साथ बैठक से पहले निर्वाचित प्रतिनिधियों के अलावा भाजपा के सांसदों, विधायकों, प्रदेश कार्यालय पदाधिकारियों, जिला और मंडल प्रमुखों से मुलाकात करेंगे. वह पार्टी के सभी सांसदों से भी मुलाकात करेंगे.

महाराष्‍ट्र भाजपा के अध्यक्ष रावसाहब दनवे ने कहा कि शाह के दौरे का मकसद पार्टी के आधार को मजबूत करना है. दनवे ने कहा, ”अमित शाह का दौरा राष्‍ट्रपति चुनाव या कैबिनेट में फेरबदल के बारे में नहीं है. यह अखिल भारतीय दौरे का हिस्सा है जिसके तहत वह पार्टी के कार्यकर्ताओं और मंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे.”

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