लातेहार(झारखंड) : 13 प्वाइंट रोस्टर के खिलाफ भारत बंद के आह्वान पर चंदवा मे आदिवासी, दलित संगठनों व CPIM ने रेलवे क्रॉसिंग से आक्रोशपूर्ण रैली निकाली, इसका नेतृत्व अयुब खान, सुरेश कुमार उरांव, गोतम कुमार रजक ने संयुक्त रूप से किया, इसमे शामिल प्रदर्शनकारी तेरह प्वांइट रोस्टर वापस लो, 200 प्वांइट रोस्टर लागु करो, एससी एसटी को वन भूमि से बेदखली पर रोक लगाओ, आरक्षण विरोधी मोदी सरकार होश में आओ, जन विरोधी मोदी सरकार नहीं चलेगी अबकी बार आदि नारे लगा रहे थे, रैली सुभाष चौंक, मेन रोड, थाना होते हुए इंदिरा गांधी चौक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई,
अध्यक्षता ललन राम ने किया,
आदिवासी नेता सुरेश कुमार उरांव ने लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि 13 प्वाइंट रोस्टर वो प्रणाली थी जिससे विश्वविद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्तियां की जानी हैं,
पहले 200 प्वाइंट रोस्टर प्रणाली थी, जिसमें तीनों वर्गों एससी एसटी ओबीसी के अभ्यार्थियों को आरक्षण मिल जाता था, लेकिन 13 प्वाइंट रोस्टर आने के बाद आरक्षण का लाभ लेने में इन्हें परेशानी हो रही है,
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने साल 2017 में शैक्षणिक पदों पर भर्ती के लिए संस्थान के आधार पर आरक्षण निर्धारित करने के सर्कुलर को ख़ारिज कर दिया था, हाई कोर्ट ने फ़ैसला दिया कि विश्वविद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्ति 200 प्वाइंट रोस्टर के आधार पर नहीं होकर, 13 प्वाइंट रोस्टर के आधार पर हो, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी इलाहाबाद हाई कोर्ट के फ़ैसले को जारी रखा,
13 प्वाइंट रोस्टर के अंतगर्त एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के आरक्षण के लाभ से वंचित हो रहे है, रोस्टर के अनुसार तीसरा पद तक जेनरल को जाएगा, चौथा पद ओबीसी को जाएगा
इसके बाद सातवां पद एससी को मिलेगा, फिर आठवां पद ओबीसी को मिलेगा और इसके बाद,
अगर डिपार्टमेंट में पद आया तो 14 वां पद एसटी को मिलेगा, इसी तरह सरकार ने एक चाल के तहत एससी एसटी को वन भूमि से बेदखल करने का प्रयास कर रही है,
इसपर आदिवासियों और वनवासियों की मांग है कि उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए अध्यादेश लाया जाए,
माकपा के वरिष्ठ नेता सह पुर्व जिला सचिव अयुब खान ने कहा है की विश्वदिद्यालय में सैकड़ों टीचर अस्थाई तौर पर सालों से काम कर रहे हैं, उन सभी ने 200 प्वाइंट रोस्टर के आधार पर ज्वाइन किया था और अब जब 13 प्वाइंट रोस्टर लागू हो जाएगा तो उनका भविष्य भी ख़तरे में पड़ जाएगा,
ये तो सीधे तौर पर केंद्र की भाजपा नेतृत्वाली नरेन्द्र मोदी सरकार की धांधली है तथा खुल्लम-खुल्ला आरक्षण को ख़त्म करने की एक सोंची समझी साज़िश है,
माकपा के जिला सचिव सुरेंद्र सिंह ने कहा कि इस रोस्टर सिस्टम का सबसे ज़्यादा असर उन डिपार्टमेंट्स पर पड़ेगा जो काफी छोटे हैं, क्योंकि किसी छोटे डिपार्टमेंट में एक साथ 13-14 सीटें आएं, ऐसा होने की संभावना बहुत कम होती है, उन्होंने आगे कहा है कि मोदी सरकार फुट डालो राज करो की नीति अपनाई है, ऐसा अंग्रेजी शासन मे भी नहीं हुआ था, अंचल सचिव रसीद मियां ने कहा कि सरकार की गलत नीतियां ने देश के सभी वर्गों पर प्रहार किया है, आने वाले समय देश की जनता भाजपा सरकार को सबक सिखाएगी, सभी वक्ताओं ने एक स्वर से तेरह प्वांइट रोस्टर पर दखल देकर इसे बदलने के लिए अध्यादेश लाने की मॉग सरकार से की है, रैली में निरंजन ठाकुर, पिंटु कुमार, मुनू उरांव, अमर उरांव, रमजान सांई चिस्ती, ननकु मियां, सनीफ मियां, साजीद खान, इफ्तेखार खान, रवि शंकर राम, मड़वारी उरांव, सहित कई लोग शामिल थे।updated by gaurav gupta

loading...