उत्तरप्रदेश :- जिस तरह से 2017 में अखिलेश सरकार की यूपी में छुट्टी करा दी थी, वर्त्तमान में उन्ही कारणों ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को उनके गढ़ गोरखपुर सदर सीट पर हार का मुँह देखने को मजबूर कर दिया ! लोगो को यकींन नहीं हो रहा है की अपने ही गढ़ में आखिर भाजपा हार कैसे सकती है ! विपक्ष की 22 हज़ार वोटो से जीत को असामान्य रूप से देखा जा रहा है जो की भविष्य के आंकड़ों एवं उनके परिणामो को दर्शाता है ! 2019 में होने वाले चुनावो की बात करे तो यह फैसला और यह आंकड़े कही न कही ब्रह्मास्त्र का काम करेगा ! वही अगर भाजपाई की माने तो उनके मुताबिक ये उनके लिए कोई मुकाबला था नहीं । उनका कहना था कि जीत तो सौ फीसदी से ज्यादा पक्की है।अब देखना यह है की आगामी चुनाव में आखिर कार परिणाम क्या होंगे क्या भाजपा जीत की तरफ अग्रसर रहती है या फिर उनके मनसूबे नाकामयाब होंगे और विपक्ष आगे निकलेंगे यह तो आने वाला ही वक़्त बताएगा ! अनुभवी आँखें न्यूज़ दिल्ली

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