—जगन्नाथ स्नान यात्रा से पूर्व 15 जून को हरिनाम संकीर्तन यात्रा
—जीवन में शांति प्राप्त करने का एकमात्र विकल्प हरे कृष्णा महामंत्र
—हरिनाम संकीर्तन यात्रा में इस्कॉन द्वारका के वरिष्ण वैष्णव शामिल
— नजफगढ़ की गली-कूचों में गूँजेगा हरि का नाम
दिल्ली – भौतिक संसार में उलझे जीव जीवन में शांति प्राप्त करने के लिए भक्ति की राह की ओर अग्रसर होने का प्रयास करते हैं। इसके लिए कई बार जब तथाकथित महानुभावों के उपदेश कारगर नहीं होते तो व्यक्ति कलियुग की परम औषधि ‘हरिनाम संकीर्तन’ का सहारा लेते हैं। आज से सैकड़ों वर्ष पूर्व परम पुरुषोत्तम भगवान श्रीकृष्ण के अवतार चैतन्य महाप्रभु ने कलियुग में हरे कृष्ण महामंत्र के संकीर्तन आंदोलन की संस्तुति की है। इसी तर्ज पर इस्कॉन द्वारका एक बार फिर व्यापक स्तर पर नजफगढ़ में ‘हरिनाम संकीर्तन’ यात्रा आयोजित करने जा रहा है। जगन्नाथ स्नान यात्रा से पूर्व 15 जून शनिवार को दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों के लोगों को हरिनाम से जोड़ने के उद्देश्य से यह संकीर्तन यात्रा अग्रवाल धर्मशाला (पुलिस स्टेशन के सामने, नजफगढ़) से शाम 4 बजे से शुरू होकर शहर की गली-कूचों से होते हुए नजफगढ़ नई अनाज मंडी पर रात को लगभग 8 बजे के आसपास समाप्त होगी।
मंदिर से जुड़े वरिष्ठ सेवक व यात्रा के संयोजक अर्चित दास का कहना है कि श्री चैतन्य महाप्रभु की शिक्षाओं को जन-जन पहुँचाने के लिए, हरि का नाम लोगों में वितरित करने और हरे कृष्णा महामंत्र की महिमा का गुणगान जन-जन तक पहुँचाने के लिए इस्कॉन द्वारका की ओर से हर माह यह संकीर्तन यात्रा निकाली जाती है। इस बार यह यात्रा जगन्नाथ स्नान यात्रा से पूर्व लगभग दस दिन पहले निकाली जा रही है। यही कारण है कि किसी भी बड़े उत्सव से पूर्व संकीर्तन यात्रा के माध्यम से हम दूर-दराज़ के लोगों को हरिनाम, भगवान और मंदिर से जोड़ने का प्रयास करते हैं। शास्त्रों में भी हरिनाम की महिमा बताई गई है कि हरे कृष्णा महामंत्र ही एकमात्र ऐसा साधन है जिसके निरंतर जप व संकीर्तन से आप भौतिक जीवन के कष्टों से छुटकारा पाकर आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि घरों की चहारदीवारी में बंद लोग जब उच्च स्वर में किया जाने वाला हरिनाम उच्चारण सुनें तो इसके प्रति आकर्षित हों और यात्रा में शामिल हों।”
अतः इसकी इतनी महिमा को देखते हुए अनुमान है कि हज़ारों की संख्या में शहरवासी मिलकर इस हरिनाम संकीर्तन यात्रा में भाग लेंगे।
इस अवसर पर इस्कॉन द्वारका के अध्यक्ष प्रद्युम्न प्रिय दास व उपाध्यक्ष श्रीगौर प्रभु सहित अन्य वरिष्ठ भक्त जैसे जाने-माने प्रचारक अमल कृष्ण दास, अर्चित प्रभु, प्रशांत मुकुंद दास, शचिपति प्रभु, बलि मुरारी प्रभु एवं वेद चैतन्य प्रभु आदि अनेक वरिष्ठ वैष्णवगण हरिनाम संकीर्तन यात्रा में सम्मिलित होंगे।
यात्रा समापन के पश्चात सभी भक्तों के लिए रात 8 बजे प्रसादम की पूर्ण व्यवस्था की गई है।
updated by gaurav gupta