*बैंक में ‘Saving’ करने वालों के लिए आयी होश उड़ाने वाली खबर,
*नई दिल्ली। जिन लोगों ने बैंको में सेविंग अकाउंट खोल रखा है उनके लिए भारत सरकार द्वारा एक बड़ी खबर आयी है। ये खबर शायद उन्हें बड़ा झटका दे सकती है।*
सरकार ने सोमवार को भारत सरकार के सेविंग बांड्स 2003 की सदस्यता 2 जनवरी से बंद करने की घोषणा की है,
जिस पर 8 फीसदी का ब्याज दिया जाता है। ये बांड उच्च ब्याज दर के कारण छोटी और फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में काफी लोकप्रिय है।
वित्त मंत्रालय ने यहां एक बयान में कहा कि भारत सरकार बचत (कर योग्य) बांड, 2003 मंगलवार (2 जनवरी, 2018) को बैंकिंग कारोबार की समाप्ति के साथ ही सदस्यता के लिए बंद हो जाएगा।
6 साल होती है बांड्स की अवधि
इन बांड्स की अवधि 6 साल होती है तथा न्यूनतम निवेश 1,000 रुपये का किया जा सकता है। जबकि अधिकतम निवेश की सीमा नहीं है। इसमें छमाही आधार पर ब्याज प्राप्त करने का विकल्प है और ये केवल फिजिकल फार्म में ही उपलब्ध हैं तथा किसी स्टॉक एक्सचेंज पर ये सूचीबद्ध नहीं है तथा इनका कारोबार नहीं किया जा सकता है।
इन बांड्स पर मिलने वाले ब्याज पर मामूली कर लगता है। इसलिए ये बांड्स वरिष्ठ नागरिकों और पेंशन पर निर्भर लोगों के बीच तय आय के कारण काफी लोकप्रिय थे।