पूर्णिया– भाई-बहन के अटूट प्यार का त्योहार रक्षाबंधन धागों का ये बंधन कोई साधारण बंधन नहीं बल्कि रक्षा वादों का बंधन होता है, इतिहास गवाह है कि रानी कर्णावती ने राखी भेजकर मुगल सम्राट हुमायूं को अपना भाई बनाया था तथा रक्षा का वचन लिया था बंधन के डोर से बंद कर हिमायू ने कर्णावती की रक्षा की थी रक्षाबंधन का इतिहास कितना पुराना है यह तो पता नहीं लेकिन यह सच है कि भाई बहन के आपसी रिश्ते का यह सबसे बड़ा त्योहार रक्षाबंधन भाई बहन का त्यौहार है ।
बनमनखी अनुमंडल के रामपुर तिलक पंचायत में भाई – बहन का महापर्व रक्षा बंधन बहुत ही पारंपरिक तारिका से सभी भाई बहनों ने मनाया।इसी करी में लालमोहन आनंद की बहन पिंकी ने भाई को राखी बाॅधकर, भाई के लिए लंबी उम्र की कामना की वहीं भाई लालमोहन ने भी अपनी बहन की सुरक्षा करने का वादा किया।वहीं बहन वर्षा ने भाई विकाश, मनीष, श्रवण कुमार को राखी बाँधकर भाई के लिए लम्बी उम्र की कामना की।इसी तरह बहन वर्षा, डिम्पल, निक्की, लाली, सिम्पी आदि बहनों ने अपने – अपने भाई को रक्षाबंधन बाँधकर लम्बी उम्र की कामना की और सभी भाई ने भी अपने बहन की रक्षा करने वचन लिया ।
हमारे गाँव रामपुर तिलक में रक्षाबंधन प्रति बहनों का मिलाजुला नजरिया भी भाई-बहन के इस त्योहार का सबको इंतजार रहता है और रक्षाबंधन के दिन राखी बांधकर बहन ने अपने भाई की दीर्घायु की कामना करते हुए अपने रक्षा का वचन लेती है बहन पिंकी कहती है कि रक्षाबंधन का सभी बहनों को बेसब्री से इंतजार रहता है क्योंकि साल का यह एक ऐसा दिन है जिस दिन बहनें अपने भाई को रक्षा सूत्र में बांधकर अपने रक्षा का वचन लेती है। वर्षा बताती है कि धागों का यह त्योहार साल में एक बार ही आता है और बहनों को अपने भाई की दीर्घायु होने की कामना का मौका मिलता है। बताया कि भाई बहन के इस त्योहार के सामने दुनिया का हर त्योहार फीका है निक्की कहती है कि रक्षाबंधन का हमें तो बेसब्री से इंतजार रहता है जब तक मैं अपने भाई को राखी नहीं बांध लेती खाना तक नहीं खाती भाई बहन का यह त्यौहार सबसे बड़ा त्यौहार है और इससे भाई-बहन के बीच और प्यार बढ़ता है।डिम्पल कहती है कि धागों के इस त्यौहार में उपहार की भी प्राथमिकता है।
रिश्ते तो कई होते हैं दुनिया में लेकिन एक रिश्ता बहुत ही खास होता है। ये रिश्ता है भाई और बहन का। भाई और बहन चाहे कितनी ही दूर क्यों न हों। उनके बीच का प्यार कभी कम नहीं होता। माँ के बाद बहन ही होती है जो एक आदमी के लिए हमेशा दुआ मांगती रहती है और उसका ख्याल रखती है। बहन छोटी हो या बड़ी, वो हमेशा भाई का ख्याल रखती है और अपने भाई से बहुत प्यार करती है। वैसे तो भाई-बहन का प्यार सदा बरक़रार रहता है लेकिन एक ऐसा पर्व है जो इस प्यार को कई गुना बाधा देता है वो है रक्षाबंधन का त्यौहार। रक्षाबंधन का महत्व बहुत बड़ा है इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और मिठाई खिलाती है, बदले में भाई अपनी बहन के पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लेते है और अपनी बहन की सुरक्षा करने का वादा करते है.
सभी भाई बहन के लिए रक्षाबंधन का त्यौहार बहुत ही प्रमुख त्यौहार है.
ज्योतिष के अनुसार रक्षा बंधन के दिन थाली सजाकर भाई की आरती उतारनी चाहिए। भाई-बहन के प्रेम का ये त्योहार बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन एक और जहां बहनें अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं वहीं भाई भी उनकी रक्षा करने का वचन देता है।।।।। बंधन ये प्यार का जो तूने
मेरे हाथों पर बांधा है,
मरते दम तक मैं अपना फ़र्ज़ निभाऊंगा
तुझसे ये मेरा वादा है।
:- लालमोहन आनंद ।।।रेशम की डोरी हाथों में
और माथे पे लगा है चन्दन
सलामत रहे भाई हमारा
करते हैं प्रभु के आगे वंदन।
:- पिंकी कुमारी।।।।।। लालमोहन आनंद की रिपोर्ट

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