मऊरानीपुर (झाँसी)- नगर मऊरानीपुर में गत रविवार 13 जनवरी में एक नावालिग युवती उमा के आग लगा लेने से जहाँ मुहल्ला गाँधीगंज में कोहराम की स्थिति देखी गयी थी। वही सोमवार में पाँच लडकों अमित श्रीवास, अरवाज खान , राज, अंशुल और एक अज्ञात व्यक्ति पर मुकदमा भी धारा 147, 354, 506 आईपीसी व 7/8 पाक्सो एक्ट के तहत पंजीकृत किया गया था। जिस पर कोतवाली पुलिस ने धर पकड करके लडकों को पकडा जिनको कोतवाली लाया गया था। इसके साथ ही मंगलवार में दो लडकों राज और सुमित को जेल भी भेजा गया था। इसके बाद कोतवाली पुलिस द्वारा अन्य लडकों को कार्यवाही के बाद भी घर का रास्ता क्यों दिखाया गया। इसकी जानकारी लोगों को समझ में न आ सकी कि आखिर में जब मामला पाँच लडकों पर पंजीकृत किया गया तो दो लडकों को ही जेल क्यों भेजा गया अन्य लडकों को कोतवाली से क्यों जाने दिया गया । फिर इन पर कोतवाली पुलिस द्वारा मामला पंजीकृत करने के बाद भी छोडने का लोगों को समझ में नही आ सका। कि इसका मुख्य कारण क्या है कि मामला पंजीकृत करने के बाद भी पकडे गये लडकों को कोतवाली में बैठाकर छोड देने से लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसमें कोतवाली पुलिस की पोल खुलेआम खुलती हुयी देखी जा रही है। कि कोतवाली में प्रत्येक काम हो सकता है। और पुलिस प्रशासन के आला अफसरों को इसकी भली भाँति जानकारी का अंदेंशा लगाया जा रहा है। कि इस प्रकार की नगर मऊरानीपुर में घटनायें हो रही है और मऊरानीपुर का स्थानीय पुलिस प्रशासन एक दम मौज मस्ती करते हुये लोगों को न्याय दिलाने की जगह अपने मनमर्जी युक्त कार्य में लगा हुआ है। जबकि मंगलवार को कोतवाली में आये हुये पुलिस उच्चाधिकारी के आने के बाद भी मऊरानीपुर कोतवाली में हाल इस तरह का सामने देखा गया। कि दो दिन से लडकों को बैठाकर गत मंगलवार को रात्रि में उन्हें छोड दिया गया। आखिर में जब लडकों की धरपकड की गयी और लडकों को पकडा गया और उन पर कार्यवाही की गयी तो उनको छोडा क्यों गया। इसकी जानकारी न होने से लोगों में काफी आक्रोश देखा गया। और लोगों का कहना है कि नगर में बडी- बडी घटनायें घटित हो रही है। और मऊरानीपुर पुलिस अपनी मनमर्जी कार्यशैली युक्त ड्यूटी करने में लगी हुयी है। जिससे नगर में अपराध चरम सीमा पर देखा जा रहा है। और मऊरानीपुर कोतवाली इससे दूर बनी हुयी है। मऊरानीपुर में पुलिस अफसरों का अपराध की ओर ध्यान कम होने से दिन प्रतिदिन बडी- बडी घटनायें घटित हो रही है। और नगर वासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है। नगर में चोरी, डकैती, लूट, जुआ, सट्टा, कच्ची शराब, नकली गुटखा, अवैध कार्य, छेडखानी, गुण्डागिर्दी चरम सीमा पर हो रहे है। जिस पर मऊरानीपुर में मौजूद पुलिस अफसर हो चाहे कोतवाली पुलिस हो सभी के सभी उदासीन बने हुये है। इससे लोगों को ये समझ में नही आ रहा है कि आखिर में कोतवाली पुलिस का मऊरानीपुर में अराजक कार्य करने वाले लोगों को भय खत्म हो गया या फिर कोतवाली पुलिस को भली भाँति इन सब कार्यो को करने वालों की जानकारी है। इसके बाद भी पुलिस इन अवैध कार्यो से दूरी बनाये हुये है। वही रविवार में युवती के जलने पर युवती के ब्यान के बाद भी लडकों ंपर लिखित कार्यवाही तो अमल में लायी गयी लेकिन उन पर कानूनी युक्त कार्यवाही करने के बाद भी घर का रास्ता क्यों दिखाया गया। कोतवाली पुलिस की कार्यशैली से नगरवासियों में आक्रोश छाया हुआ है। और नगर में यह चर्चा का विषय जोरदार देखा गया। रिपोर्ट_सौरभ भार्गव अनुभवी आँखें न्यूज मऊरानीपुर ।

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