छातापुर(सुपौल)-काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने गांव वेक के साथ मारपीट करने वाले अपराधियों को पुलिस द्वारा छोड़ देने से ग्रामीणों का आक्रोश फुट पड़ा। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस को पकड़कर सौंपे गये बदमाशों को 3 लाख रिश्वत लेकर पुलिस ने छोड़ दिया है।इसको लेकर ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा। गांव में पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया और पुलिस वाहन के टायर की हवा निकाल दी। देर रात लगभग साढ़े 8 बजे तक ग्रामीण पुलिस को गांव में ही घेरे रखे थे। घटना भीमपुर थाना क्षेत्र के ठुठी पंचायत की मंडल टोले की स्थित एक गांव के चौक की है।

बताया जा रहा है कि ठुठी पंचायत के अखराहा के 76 आरडी नहर के पास शुक्रवार दोपहर को फुलकाहा थाना क्षेत्र मोधरा के रहने वाले सनोज पासवान, मनोज पासवान और पंकज पासवान वहां रामदेव मंडल समेत दो अज्ञात व्यक्ति गांव स्थित एक पान की दुकान पर कोल ड्रिंक्स पीने आये थे। इस दौरान वहां पहुंचे एक ग्रामीण गंगा मंडल का वे लोग जबरन मुंह पोछने के लिये गमछा छीनने लगे।

जिसका विरोध करने पर उन्होंने गंगा मंडल से हाथापाई शुरू कर दी। एक बदमाश ने पिस्तौल भी सटा दिया। इसी दौरान दो अन्य गांव वाले भी वहां पहुंचे। लेकिन अपराधियों ने उनके साथ भी मारपीट की। इसी बीच हो-हल्ला होने पर भारी संख्या में आसपास के ग्रामीण जब जुटे तो बदमाश हथियार लहराते हुयेभागने लगे। हाालांकि एकजुट हुये ग्रामीणों ने पांच अपराधियों में से तीनों को खदेड़कर पकड़ लिया और उनकी जमकर धुनाई कर दी। इस बीच सूचना मिलने पर भीमपुर थाना के एएसआई मिथिलेश राम वहां पहुंचे। ग्रामीणों ने तीनों बदमाशों को उनके हवाले कर दिया। लोगों का कहना था कि वे अपराधी किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम देने आये थे

। इसको लेकर लोगों ने उन्हें पुलिस के हवाले कर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी। लेकिन पुलिस के चंगुल से तीनों अपराधी मुक्त हो गया। इसी बात को लेकर गांव के ग्रामीणों पुलिस खिलाफ प्रदर्शन पर उतर गये। ग्रामीणों का आरोप है कि एक तो समय किसी घटना में पुलिस पहुंचती नही है, लेकिन आज जब ग्रामीणों ने इतनी बड़ी सफलता पाकर जान को जोखिम में डालते हुए अपराधी को पकड़े थे। लेकिनतीनों को भीमपुर थाना लाना के बजाय पुलिस उन्हें नरपतगंज की ओर ले जाने लगी। इस बीच गांव में सूचना आयी कि पुलिस ने तीनों बदमाशों को छोड़ दिया है। इसके बाद ग्रामीण उग्र हो गये और उन्होंने पहले बदमाशों की स्कॉर्पियो बीआर 11 वाई 3370 को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। हो-हंगामे की सूचना पर वहां पहुंचे भीमपुर थाना के पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया। उनके वाहन के सभी टायर की हवा निकाल दी। ग्रामीणों ने गांव में आने और गांव से निकलने वाले रास्ते पर भी जाम कर दिया। बाद में रात 11 बजे पहुंचे एएसपी जितेंद्र कुमार ने एक घंटे के वार्ता के बाद ग्रामीणों को उचित आस्वाशन देकर सड़क जाम को समाप्त करवाया। इसके बाद सड़क जाम हटा और लोगों को राहत मिली। एएसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि ग्रामीणों ने मामलें को लेकर एक आवेदन समर्पित कर घटना से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी देकर अपराधियों समेत दोषी पुलिस वाले पर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों की बातों पर पुलिस पड़ताल शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे में पुलिस इस मामलें में विधि सम्मत कार्रवाई करेगी। मौके पर पुलिस इंस्पेक्टर राजेश कुमार मंडल, समेत ललित ग्राम ओपी पुलिस थे।

ईधर, भीमपुर थानाध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद रवि ने बताया कि ग्रामीणों की पिटाई से बुरी तरह घायल तीनों बदमाशों को इलाज के लिए पुलिस नरपतगंज अस्पताल ले जा रही थी। रास्ते में अररिया फुलकाहा मोधरा के ग्रामीणों ने पुलिस वाहन पर हमला कर तीनों को जबरन छुड़ा लिया। रुपये लेकर बदमाशों को छोड़ने के ग्रामीणों के आरोप सरासर गलत हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई में जुटी है। लेकिन गुस्साएं लोगों का मांग अंत अंत रक एक ही रहा, जिसमे दोषी पुलिस पर कार्रवाई, ग्रामीणों के द्वारा पकड़े गये अपराधियों को पुलिस जल्द गिरफ्तार कर उनपर कड़ी कार्रवाई करे। वही घटना मामलें के शेष दो अज्ञात अपराधी जो कि हथियार हाथ मे लेकर फरार हो गये। उनकी भी पुलिस गिरफ्तारी सुनिश्चित करे। रिपोर्ट – संजय कुमार भगत, updated by gaurav gupta

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