कोलकाता पुलिस पर धक्का देकर सीबीआइ अधिकारियों को गाड़ी में बैठाने का आरोप
कोलकाता : सारधा चिटफंड घोटाले के सिलसिले में रविवार को अभूतपूर्व घटनाक्रम सामने आया. सीबीआइ मामले में कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से पूछताछ करने के लिए उनके घर पहुंची. इसके बाद पुलिस कमिश्नर के घर के बाहर पुलिस व सीबीआइ अधिकारियों में धक्का-मुक्की और हाथापाई की नौबत आ गयी. पुलिस ने जबरन सीबीआइ अधिकारियों को गाड़ी में बैठा लिया और शेक्सपीयर थाने ले गयी.
उन्हें ‘हिरासत’ में लिया गया. इस घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राजीव कुमार के आवास पर पहुंचीं और वहां अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद सीबीआइ की कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला और संविधान बचाने के लिए धरने का एलान कर दिया. बाद में ममता मेट्रो चैनल पर धरने पर बैठक गयीं.
केंद्र पर तीखा हमला बोलते हुए सुश्री बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर आरोप लगाया कि वे राज्य में तख्ता पलट का प्रयास कर रहे हैं. कहा कि वह किसी ‘राष्ट्रपति शासन’ को देख लेंगी.
दरअसल, रविवार शाम अचानक ‘हाइवोल्टेज घटनाक्रम’ सामने आया. सीबीआइ अधिकारियों का एक दल पहले पार्क स्ट्रीट और फिर शेक्सपीयर थाने पहुंचा. पुलिस ने सीबीआइ अधिकारियों के इस दल को थाने से बाहर निकाल दिया और अपनी गाड़ी में बैठकर ले गयी. इस बीच, पुलिस के एक बड़े दल ने सॉल्टलेक में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ दफ्तर को घेर लिया.
उधर, इस हाइवोल्टेज ड्रामे के दौरान ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लाउडन स्ट्रीट स्थित पुलिस आयुक्त के घर पहुंचीं. इस मामले में पुलिस कमिश्नर के साथ उन्होंने अहम बैठक की. उधर, मामला गंभीर होते देख सीबीआइ के वरिष्ठ अधिकारियों ने राज्य के डीजीपी बीरेंदर से फोन पर बात की, लेकिन कहा जा रहा है कि दोनों की बातचीत में कोई समाधान नहीं निकला.
पुलिस कमिश्नर से पूछताछ के लिए सीजीओ कॉम्प्लेक्स से चार गाड़ियों में निकली सीबीआइ के तकरीबन सभी सदस्यों को शेक्सपीयर थाने की पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया. रात साढ़े आठ बजे के करीब सीबीआइ के सभी अधिकारियों को छोड़ दिया गया.
कोलकाता पुलिस के सीनियर आइपीएस अधिकारियों के सामने घटी घटना: बताया जा रहा है कि जब सीबीआइ की टीम को धक्का देकर शेक्सपीयर सरणी थाने से बाहर निकाला जा रहा था, उस समय डीसी साउथ मिराज खालिद, डीसी सेंट्रल शुभंकर सिन्हा सरकार, स्पेशल टास्क फोर्स के डीसी मुरलीधर शर्मा के अलावा पांच से ज्यादा इंस्पेक्टर मौके पर मौजूद थे.
इनके सामने पूरी घटना को अंजाम दिया गया. जानकारी के अनुसार, निजाम पैलेस स्थित सीबीआइ दफ्तर को भी पुलिस ने घेर लिया था. लेकिन बाद में पुलिस दल को यहां से हटा लिया गया. सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स से भी पुलिस का घेरा हटा लिया गया. बाद में केंद्रीय बलों ने सीबीआइ के आग्रह पर सीजीओ कॉम्प्लेक्स और निजाम पैलेस स्थित सीबीआइ दफ्तर की सुरक्षा संभाल ली.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआइ सारधा चिटफंड घोटाले की जांच कर रही है. जांच एजेंसी इसी सिलसिले में पुलिस कमिश्रनर से पूछताछ करना चाहती है.
घटनाक्रम
6.30 शाम : सीबीआइ की टीम पुलिस कमिश्नर के घर पहुंचीं6.40 शाम: गार्ड ने सीबीआइ टीम को अंदर जाने से रोका6.50 शाम: पुलिस ने सीबीआइ टीम के ड्राइवर को हिरासत में लिया 6.55 शाम: कोलकाता पुलिस सीबीआइ दफ्तर पहुंची7.05 रात: पुलिस कमिश्नर के घर पहुंचीं सीएम ममता बनर्जी7.35 रात: सीबीआइ के पांच अफसर हिरासत में 8.20 रात: कोलकाता में सीबीआइ दफ्तर को बंगाल पुलिस ने घेरा9.00 रात: पीएम मोदी के खिलाफ धरने पर बैठीं सीएम ममता बनर्जी9.05 रात: सीबीआइ अफसरों को पुलिस ने छोड़ा, सीबीआइ दफ्तर के बाहर सीआरपीएफ की तैनाती
तेज हुई सियासत : राहुल गांधी, केजरीवाल, चंद्रबाबू नायडू व अखिलेश ने की ममता से बात
सीबीआइ के खिलाफ धरने पर बैठीं ममता बनर्जी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव व आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने की बात.
सभी नेताओं ने ममता को समर्थन दिया है. उनसे मिलने कुछ नेता कोलकाता आ सकते हैं. वहीं, खबर है कि आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने भी ममता को सहयोग देने की बात कही है. वहीं, विपक्ष इस मामले को सोमवार को संसद में भी उठा सकता है.
राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने अधिकारियों को किया तलब
कोलकाता. सीबीआइ जांच के सिलसिले में रविवार शाम हुए घटनाक्रम को लेकर राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाोठी ने वरिष्ठ अधिकारियों को राजभवन में तलब किया है. राजभवन सूत्रों के मुताबिक, राज्यपाल ने डीजीपी वीरेंद्र को फोन कर पूरे मामले की जानकारी ली. राज्यपाल ने मुख्यसचिव मलय दे, गृह सचिव अत्रि भट्टाचार्य व डीजीपी बीरेंद्र को देर रात राजभवन में तलब किया.
कोलकाता : मोदी और शाह बंगाल में तख्ता पलट का प्रयास कर रहे : ममता
कोलकाता : केंद्र पर तीखा हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर आरोप लगाया कि वे राज्य में तख्ता पलट का प्रयास कर रहे हैं.
ममता ने आरोप लगाया कि सीबीआइ कार्रवाई ‘राजनीतिक रूप से प्रतिशोध वाली’ और संवैधानिक मानदंडों पर हमला है. राजीव कुमार के आवास के बाहर ममता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के आदेश पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सीबीआइ को राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने का निर्देश दे रहे हैं.
उन्होंने कहा: मुझे ऐसे प्रधानमंत्री से बात करने में शर्म महसूस होती है जिनके हाथों में खून लगा है. नरेंद्र मोदी और अमित शाह राज्य में तख्तापलट का प्रयास कर रहे हैं क्योंकि हमने 19 जनवरी को विपक्ष की रैली आयोजित की थी. हम जानते थे कि रैली आयोजित करने के बाद सीबीआइ हम पर हमला बोलेगी.
वह ब्रिगेड रैली का जिक्र कर रही थीं जिसमें करीब 20 विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए थे. उन्होंने पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के आवास के बाहर जल्दबाजी में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में कहा : हमारी सरकार ने सत्ता में आने के बाद चिट फंड मालिकों को गिरफ्तार किया.
हमने ही मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया.
ममता ने कहा कि वे साबित करें कि कुमार चिट फंड घोटाले में शामिल हैं. उन्होंने कहा: कानून व्यवस्था राज्य का विषय है. हमें आपको (सीबीआइ को) सब कुछ क्यों देना चाहिए? उन्हें पुलिस आयुक्त के आवास पर बिना किसी वारंट के आने के लिए इतना दुस्साहस कहां से मिल रहा है?
तानाशाह की तरह है ममता का व्यवहार
कोलकाता घटनाक्रम दुर्भाग्यपूर्ण है. ममता बनर्जी तानाशाह की तरह अपने राज्य में भ्रष्टाचारियों को बचाना चाहती हैं. वह सीबीआइ की जांच में बाधा डाल रही हैं , जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार थी. वह संविधान का पालन नहीं कर रही हैं. हम इसकी निंदा करते हैं.
जीवीएल नरसिम्हा राव, भाजपा
कमिश्नर के खिलाफ सबूत हैं. बंगाल पुलिस ने सभी सबूतों को जब्त कर लिया है. वे दस्तावेजों को सुपुर्द करने में हमारा सहयोग नहीं कर रहे हैं. यही नहीं, बहुत सारे सबूत गायब कर दिये गये हैं.
एम नागेश्वर राव, अंतरिम सीबीआइ चीफ
आज सुप्रीम कोर्ट जायेगी सीबीआइ
कोलकाता. सीबीआइ का कहना है कि चिटफंड घोटाले की जांच में राज्य सरकार और पुलिस बाधा खड़ी कर रही है. सीबीआइ के संयुक्त निदेशक पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि हमें इस मामले की जांच में राज्य सरकार व कोलकाता पुलिस बाधा दे रही है. सीबीआइ इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जायेगी.
सोमवार को ही सुप्रीम कोर्ट में रविवार की पूरी गतिविधि का वीडियो सुप्रीम कोर्ट में पेश किया जायेगा. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये जाने वाले अगले निर्देश का सीबीआइ पालन करेगी. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआइ सारधा समेत चिटफंड घोटाले की जांच कर रही है.
बिना कागजात के पहुंची थी सीबीआइ : पुलिस
कोलकाता. सीबीआइ की गतिविधि को लेकर कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) प्रवीण त्रिपाठी ने कहा कि सीबीआइ के 40 सदस्यों की टीम से पूछताछ से संबंधित कागजात मांगे गये थे, लेकिन सीबीआइ वैध कागजात नहीं दिखा सकी.
सीबीआइ बिना जरूरी कागजात के ही पुलिस आयुक्त से पूछताछ और उनके घर में तलाशी लेने के लिए पहुंची थी. इसके कारण ही उन्हें ऐसा करने से रोका गया, क्योंकि पुलिस कमिश्नर एक महत्वपूर्ण पद है. कोई भी जब-तब उनके घर पूछताछ और तलाशी लेने नहीं पहुंच सक्त। वांलिटयर सदस्य – मनीष गुप्ता, updated by gaurav gupta