गया(संवाददाता धीरज गुप्ता) – पहला बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को मोदी 2.0 सरकार का आर्थिक सर्वेक्षण 2018-19 संसद में पेश कर दिया। आर्थिक सर्वेक्षण में वित्त वर्ष के लिए 7 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है जबकि पिछले वित्त वर्ष यानी 2018-19 में यह 6.8 फीसदी रही थी इस आर्थिक सर्वेक्षण को मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने तैयार किया है इस सर्वेक्षण में मजबूत भारतीय इकोनॉमी का अनुमान जाहिर किया गया है और भावी चुनौतियों के बारे में बताया गया है आर्थिक सर्वेक्षण 2019 के मुताबिक, तमाम मुश्किलों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था 2018-19 में 6.8 फीसदी की ग्रोथ बरकरार रखने में कामयाब रही। इसमें 2019-20 में 7 फीसदी ग्रोथ रहने की उम्मीद जाहिर की है इसके साथ ही बीते 5 साल के दौरान औसत महंगाई दर घटकर लगभग आधी रह गई।आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, वित्त वर्ष 2018-10 में राजकोषीय घाटा 5.8 फीसदी रहा, जबकि संशोधित बजट अनुमान 3.4 फीसदी रहा था।आर्थिक सर्वेक्षण 2019 में भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने पर जोर दिया गया है इसके मुताबिक, 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने के लिए सालाना 8 फीसदी की ग्रोथ रेट बरकरार रखना जरूरी है सर्वेक्षण के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में अच्छी इकोनॉमिक ग्रोथ रहने का अनुमान है अभी तक हाल के दौर में रही सुस्ती की वजह चुनाव रहे थे आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, वित्त वर्ष 2019-20 में यदि इकोनॉमिक ग्रोथ सुस्त रहती है तो राजस्व संग्रह को झटका लग सकता है।आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, 2018 के मध्य से रूरल वेज ग्रोथ बढ़ने लगी है। updated by gaurav gupta

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