मुरलीगंज(संवावदाता चंचल कुमार) – आशा कार्यकर्ताओ के द्वारा 12 सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया ।
कार्यकर्ताओ ने लगाया नितिश कुमार मुर्दाबाद के नारे।
बिहार चिकित्सा सर्जन स्वास्थ्य कर्मचारी आशा कार्यकर्ता संघर्ष समिति के द्वारा 12 सूत्री मांगों को लेकर मुरलीगंज पीएससी में बुधवार से सात दिवसीय भूख हड़ताल शुरू किया है ।
बुधवार को आशा कार्यकर्ताओं पीएचसी के मुख्य द्वार पर सात दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठ गयी । भूख हड़ताल कर प्रदर्शन कर रहे आशा कार्यकर्ताओं ने पीएचसी में प्रसव और परिवार नियोजन सर्जरी के लिए आए मरीजो को प्रवेश द्वार से वापस कर रहे थे । मरीजो को वापस भेजते हुए आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नही की जायेगी तबतक हमलोंग अस्पताल में कोई भो सेवा सुचारू रूप से होने नही देंगे । इसलिए आपलोग लौट जाईये ।
वहीं मौके पर कार्यकर्ताओं ने जमकर नीतीश कुमार मुर्दाबाद एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाए।
आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्हें भी राज्य कर्मचारी का दर्जा मिले ,और ₹18000 वेतन सहित 12 सूत्री मांग के लिए प्रदर्शन कर रही है ।
मौके पर आशा संघर्ष समिति के अध्यक्ष शशि देवी ने कहा कि हमलोंगो की मांग है कि सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिले और वेतन 18000 रुपया महीना हो और एनएम नरसिंग कोर्स की ट्रेनिग में 50 % आरक्षण मिले ताकि जो अच्छी पढ़ी लिखी आशा है वो ट्रेनिग ले कर आगे बढ़ सके । उन्होंने बताया कि 2008 के प्रलयकारी बाढ़ के समय में हमलोंग नाव पर चढ़ कर प्रसव करने के लिये अस्पताल आते थे जिसका भुगतान अभी तक नही हो पाया है। आज कल करके टाल रहे है । आज समाज मे रात दिन जच्चा और बच्चा के लिए प्रशव के लिए हमेशा तैयार प्रहरी के लिए तत्पर रहते है।मगर हमारे परिवार औऱ हमारी भविष्य अधर में लटकी है।न हमें दैनिक मजदूरी मिलती है।न ही कोई भविष्य है हमारी।
परिवार नियोजन के लिए अस्पताल आए मरीजो को बैरंग वापस लौटना पड़ा । प्रखंड क्षेत्र के प्रतापनगर निवासी सीता देवी ने बताया कि परिवार नियोजन के लिए आए थे किंतु आशा दीदियों ने हम लोंगो को वापस घर भेज रहे है। कह रहे है कि अभी कोई भी सेवा नही होगी ।
इस समंध में स्वास्थ्य प्रबंधक मो शहाबुद्दीन ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओ के हड़ताल से नियमित टीकाकरण,प्रसव, परिवार नियोजन,माँ प्रोग्राम, प्रधानमंत्री मातृत सुरक्षा अभियान पूर्णतः प्रभावित है।
प्रसव के लिए आए परिजनों ने कहा कि आशाओं के हड़ताल से काफी कठिनाई का सामना करना पर रह है।
आशा संघ ने बुलंद नारों में कहा कि यदि सरकार हमारी मांग को पूरी नही करती है तो हम सरकार को आने वाली चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे नही जो जो हमें काम का सही दाम देंगे वैसी सरकार चुनेंगे।
मौके पर मौजूद फुल कुमारी, रूबी देवी, मुन्नी देवी ,कुमारी किरण ,मंजू देवी ,कंचन देवी, शांति देवी ,उर्मिला देवी ,अनिता देवी, सुनीता देवी ,सुनीता कुमारी, कीर्ति कुमारी, प्रियंका देवी ,आशा देवी, पूनम देवी ,रीना देवी, सहित क्षेत्र के अन्य आशा कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर बैठकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे।updated by gaurav gupta