गया – लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव ने की जलापूर्ति की समीक्षा बैठक।
गया मे श्री जितेंद्र श्रीवास्तव, सचिव, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, बिहार,पटना की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में गया जिला में जलापूर्ति योजना से संबंधित प्रगति की समीक्षा की गयी है बैठक में वैसे प्रखंडों की चर्चा की गई जहां जल संकट की स्थिति है वैसे १० प्रखंडों का नाम क्रमशः डुमरिया,इमामगंज, डोभी,बांके बाजार,आमस, बोधगया,वजीरगंज,अतरी, मोहड़ा,नीमचक बथानी,नगर क्षेत्र में कुजापि,केवाली एवं मानपुर क्षेत्र के संबंध में जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह द्वारा बताया गया है इमामगंज के प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि बंसी गांव में जल संकट की सूचना वहां के मुखिया द्वारा दी गई है सचिव महोदय द्वारा स्पष्ट बताया गया कि जल संकट ग्रसित क्षेत्र उसे कहेंगे और जहां बिल्कुल चापाकल काम ही नहीं कर रहा है पानी निकल नहीं रहा है जहां सिर्फ चापाकल खराब है वैसे स्थलों को जल संकट क्षेत्र में शामिल नहीं किया जाएगा और जल संकट ग्रस्त क्षेत्र में वाटर टैंकर से ही पानी उपलब्ध कराना पड़ेगा, क्योंकि वहां चापाकल गड़वाया नहीं जा सकता है और वैसे गांव- टोला का नाम प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा बताया गया जहां जल संकट की स्थिति है
कार्यपालक अभियंता,लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने बताया कि जल संकट वाले क्षेत्र में टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है एक टैंकर में ३६०० लीटर पानी रहता है सचिव महोदय ने कहा कि यदि किसी टोले में टैंकर भेज रहे हैं तो इसका आकलन किया जाना चाहिए कि उस टैंकर से कितने परिवार को पानी मिल रहा है पानी की और आवश्यकता है या नहींहै उन्होंने कहा कि जब जहानाबाद में जल संकट ग्रसित क्षेत्र में २५ टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है तो गया मैं तो ८० टैंकर से अधिक की आवश्यकता पड़ेगी और कार्यपालक अभियंता,ने बताया कि फिलहाल ७३ टैंकर गया जिले में उपलब्ध है जिनमें २८ पीएचईडी सिविल के और ४५ पीएचईडी यांत्रिक के २८ सिविल के टैंकर द्वारा पानी प्रतिदिन तीन से चार राउंड भेजा जा रहा है सचिव महोदय ने कहा कि स्थानीय मुखिया एवं संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी से वार्ता करके ही टैंकर से पानी भेजा जाए और नगर निगम क्षेत्र में ३२ टैंकरों से ४१ स्थानों पर प्रतिदिन पानी उपलब्ध कराया जा रहा है नगर आयुक्त श्री ईश्वर चंद्र शर्मा ने बताया कि शहरी क्षेत्र में १० वार्ड में पानी का संकट है सचिव महोदय ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि २०जुलाई से ग्रामीण क्षेत्रों में ८५ टैंकर चलने चाहिए और इसके लिए उन्होंने कल ही १० टैंकर विभाग से मंगवाने का निदेश दिया गया है टैंकर लाने के लिए कनीय अभियंता अजय कुमार को प्रतिनियुक्त किया गया है इस बैठक में बताया गया कि जिला में लगभग १३०० चापाकल खराब स्थिति में है जिनकी मरम्मत की आवश्यकता है सचिव द्वारा इनको ठीक कराने के लिए अतिरिक्त चापाकल मरम्मती गैंग लगाकर तीन से चार दिनों में ठीक करवाने का निर्देश दिया गया है
उन्होंने कहा कि अगले एक सप्ताह में १२०० चापाकल ठीक करा लें, आवंटन की कोई कमी नहीं होगी। यह भी जानकारी ली गई कि पेयजल के आभाव के कारण कहीं कोई स्कूल तो बंद नहीं है और कार्यपालक अभियंता,लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा बताया गया कि हाल ही में २००० चापाकल ठीक करवाए गए हैं। जिनमें ४०० चापाकल विद्यालयों के ही हैं हर घर नल जल योजना की स्थिति की समीक्षा की गई। सचिव महोदय ने निर्देश दिया कि अब विद्यालयों में पाइप नल जल योजना से ही जोड़ा जाएगा। कार्यपालक अभियंता,लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने बताया कि गया में १६ नव निर्माण योजनाओं की आवश्यकता है सचिव ने नवनिर्माण योजना को जिलाधिकारी से अनुशंसित करवा कर भेजने का निर्देश दिया गया है कार्यपालक अभियंता ने बताया कि १४ योजनाओं का डीपीआर ३ दिनों में मुख्यालय भेज दिया जाएगा और नल जल योजना के तहत १८१४ वार्डों में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा जलापूर्ति की जानी है सचिव महोदय ने कहा कि कार्य में गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा और इस बैठक में जिलाधिकारी ने विभिन्न प्राचीन ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं के संबंध में भी जानकारी दी हैजिनमें इमामगंज ग्रामीण जलापूर्ति योजना, बथानी,बोधगया,खिजरसराय, मोहनपुर,आमस,डुमरिया, वजीरगंज, कुजूर और सगाई ग्रामीण जलापूर्ति योजना,खेड़ा, दक्षिण खाप और महकार ग्रामीण जलापूर्ति योजना की वास्तविक स्थिति से सचिव महोदय को अवगत कराया गया है जिलाधिकारी ने बैठक के अंत में सचिव महोदय को कहा की आज की गई समीक्षा से अब पेयजल जलापूर्ति योजना में गति मिल जाएगी और गया जिले में जल संकट की कोई समस्या उत्पन्न नहीं होगी और उन्होंने उप विकास आयुक्त श्री किशोरी चौधरी को आज ही संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारियों एवं कनीय अभियंताओं के साथ बैठकर उन स्थलों की सूची फाइनल कर लेने का निर्देश दिया जहां नए चापाकल गड़वाने की आवश्यकता है बैठक में जहानाबाद के जिलाधिकारी श्री आलोक रंजन घोष एवं मुख्य अभियंता,लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, श्री अरविंद कुमार उपस्थित थें और
इसके उपरांत सचिव, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग,बिहार श्री जितेंद्र श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी गया श्री अभिषेक सिंह एवं जिलाधिकारी जहानाबाद श्री आलोक रंजन घोष के साथ बोधगया के बकरौर पंचायत अवस्थित जलापूर्ति योजना का निरीक्षण करने पहुंचे है मौके पर शिकायत पंजी एवं संधारण पंजी अनुपलब्ध पाया गया है संधारित लॉग बुक से सचिव संतुष्ट नहीं हुए है उन्होंने वहां ग्रामीणों से विद्युत आपूर्ति अवधि एवं वोल्टेज की जानकारी प्राप्त की है और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की जलापूर्ति योजना से वहां २४०० घर जुड़े हुए हैं सचिव महोदय द्वारा पंप हाउस का निरीक्षण किया गया है१२०० घरों के प्रथम तल तक पंप घर से जल प्राप्त हो रहा है ग्रामीणों ने बताया कि घर के छत तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है ग्रामीणों द्वारा पानी की समस्या से सचिव महोदय को अवगत कराया गयाहै जांच में पानी का स्वाद सही पाया गया है पाया गया कि जिन घरों का कनेक्शन मोटे पाइप से जुड़ा है वहां पानी उनके टंकी तक पहुंच रहा है तथा जिन घरों का कनेक्शन पतले पाइप से जुड़ा है और उनके छतों के टंकी तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है निरीक्षण के दौरान पानी टंकी में पाइप लीकेज पाये जाने पर पीएचईडी के कनीय अभियंता आदित्य रंजन को सचिव ने फटकार लगाई है पानी टंकी का ऑपरेटर भी मौके पर अनुपस्थित पाया गया है ग्रामीणों से लगभग ६०-७०घरों में पानी नहीं पहुंचने की जानकारी प्राप्त हुईहै ग्रामीणों की शिकायत पर पानी की समस्या देखने सचिव महोदय खुद ग्रामीणों के घर में लगे पाइप कनेक्शन को देखने गए है ग्रामीण विनोद कुमार,ग्राम बतसपुर के घर सचिव ने जाकर पाइप देखा है निरीक्षण के दौरान बहुत कमी पायी गयी इस अवसर पर ग्रामीणों ने बताया कि पाइप लगाने का भी पैसा सभी से मांगा गया हैबीडीओ,बोधगया को इसकी जांच करके आरोप सही पाए जाने पर ठिकेदार पर प्राथमिकी दर्ज करवाने का आदेश दिया एवं फ़्लाइंग स्क्वाड भेज कर २-३ दिनों का कैंप लगवा कर सभी बिंदुओं पर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया साथ ही किसी प्रकार की कमी पाये जाने पर संबंधित के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाने का निदेश दिया गया है|रिपोर्टधीरज गुप्ता updated gaurav gupta

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