नई दिल्ली: गुजरात राज्यसभा चुनाव में भले ही बीजेपी अहमद पटेल को लाख कोशिशों के बाद हरा नहीं पाई हो लेकिन अब वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को उनके ही गढ़ में घेरने का प्लान बना रही है.मीडिया में आई खबर के मुताबिक बीजेपी इस बार प्लान बना रही है कि सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में इस बार तगड़ा उम्मीदवार उतारा जाए. इसकी एक वजह यह है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी की सीट अमेठी से स्मृति ईरानी ने उनको तगड़ी टक्कर दी थी और मतगणना के समय काफी देर तक ईरानी ने राहुल गांधी को पीछे छोड़ रखा था. यह खबर उस दिन न्यूज चैनलों की सुर्खियां बन गई थी. हालांकि बाद में राहुल गांधी ही जीते थे लेकिन जीत का अंतर पिछली बार की तुलना में कम हो गया था.

लेकिन इस बार बीजेपी दोनों ही सीटों पर आक्रामक प्रचार करने की तैयारी में है और इसके साथ ही हाईप्रोफाइल वाले उम्मीदवार भी उतारने की तैयारी में है. अमेठी को छोड़ दिया जाए तो बीजेपी ने कभी भी रायबरेली में सोनिया गांधी के आगे बड़ा प्रत्याशी उतारने की हिम्मत नहीं दिखा नहीं सकी है. एक तरह से देखा जाए तो रायबरेली में बीजेपी वॉक ओवर की मुद्रा में रही है.

1999 के लोकसभा चुनाव में बेल्लारी सीट पर बीजेपी ने सुषमा स्वराज को उतार दिया था और इस चुनाव में सुषमा ने विदेशी बहू बनाम देशी बहू का नारा दिया था. लेकिन यहां भी सोनिया ने जीत दर्ज की थी क्योंकि यह भी रायबरेली की तरह कांग्रेस की परंपरागत सीट थी.

विकास का बनाएगी मुद्दा
राज्य में इस समय बीजेपी की ही सरकार है और योजना है कि दोनों संसदीय क्षेत्रों की जनता को यह समझाया जाए कि देश के वीवीआईपी जिले कही जाने वाली इन दो सीटों के इलाके में विकास उम्मीद के मुताबिक क्यों नहीं हुआ. अब राज्य सरकार के भरोसे बीजेपी वहां विकास के सपने दिखाएगी. आपको बता दें कि हाल ही में अमेठी में राहुल गांधी के गुमशुदगी के पोस्टर लगाए गए हैं. इसके साथ ही बीजेपी के कार्यकर्ता इस बात का भी समझा रहे हैं कि इतने साल से सांसद रहने के बाद भी राहुल गांधी अमेठी का विकास क्यों नहीं करा पाए हैं.

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