जहानाबाद/बिहार(संवाददाता अनिल कुमार गुप्ता) – डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के 121वे जन्म दिवस के अवसर पर नेहरू युवा केंद्र जहानाबाद द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें सदर अस्पताल जहानाबाद में रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया जिसमे युवा मंडल के सदस्यों ने रक्तदान किया एवं एस. एस.कॉलेज जहानाबाद में संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे मुख्य अतिथि के रूप बिहार विधान पार्षद के सदस्य डॉ प्रमोद कुमार चंद्रवंशी जी की गरिमयी उपस्थिति रही वहीं मुख्य वक्ता के रूप में लोजपा महिला राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधानसभा प्रत्याशी शिक्षा विद्द डॉ इंदु कश्यप जी एवं नरोत्तम मिश्रा जी की उपस्थिति रहे ।डॉ प्रमोद कुमार चंद्रवंशी जी ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी ने स्वेच्छा से अलख जगाने केउद्देश्यसे राजनीति में प्रवेश किया। डॉ॰ मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धान्तवादी थे। उन्होने बहुत से गैर कांग्रेसी हिन्दुओं की मदद से कृषक प्रजा पार्टी से मिलकर प्रगतिशील गठबन्धन का निर्माण किया। इस सरकार में वे वित्तमन्त्री बने। इसी समय वे सावरकर के राष्ट्रवाद के प्रति आकर्षित हुए और हिन्दू महासभा में सम्मिलित हुए।
मुस्लिम लीग की राजनीति से बंगाल का वातावरण दूषित हो रहा था। वहाँ साम्प्रदायिक विभाजन की नौबत आ रही थी। साम्प्रदायिक लोगों को ब्रिटिश सरकार प्रोत्साहित कर रही थी। ऐसी विषम परिस्थितियों में उन्होंने यह सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया कि बंगाल के हिन्दुओं की उपेक्षा न हो। अपनी विशिष्ट रणनीति से उन्होंने बंगाल के विभाजन के मुस्लिम लीग के प्रयासों को पूरी तरह से नाकाम कर दिया। 1942 में ब्रिटिश सरकार ने विभिन्न राजनैतिक दलों के छोटे-बड़े सभी नेताओं को जेलों में डाल दिया।
वहीं डॉ इंदु कश्यप ने बताया कि डॉ मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। उस समय जम्मू कश्मीर का अलग झण्डा और अलग संविधान था। वहाँ का मुख्यमन्त्री (वजीरे-आज़म) अर्थात् प्रधानमन्त्री कहलाता था। संसद में अपने भाषण में डॉ॰ मुखर्जी ने धारा-370 को समाप्त करने की भी जोरदार वकालत की। अगस्त 1952 में जम्मू की विशाल रैली में उन्होंने अपना संकल्प व्यक्त किया था कि या तो मैं आपको भारतीय संविधान प्राप्त कराऊँगा या फिर इस उद्देश्य की पूर्ति के लिये अपना जीवन बलिदान कर दूँगा। उन्होंने तात्कालिन नेहरू सरकार को चुनौती दी तथा अपने दृढ़ निश्चय पर अटल रहे। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक
विक्रम कुमार ,राहुल कुमार ,कुमारी शाक्य सुमन एवं सैकड़ो युवा उपस्थित रहे।
updated by gaurav gupta