बनमनखी(पूर्णियाँ) – बनमनखी प्रखंड क्षेत्र के चाँदपुर भंगहा पैक्स अध्यक्ष आलोक कुमार अकेला ने कहाँ कि डीएपी खाद के 50 किलो के बैग पर एक दम से 700₹ बढ़ा दिए है। इतने रेट तो डीएपी खाद के विगत दो दशक में भी नहीं बढ़े थे। डीएपी खाद का एक बोरा 1200₹ का मिलता था अब 1900 का मिलेगा। पहले इन्होंने यूरिया पर भी रेट बढ़ाए थे। विरोध होने पर रेट कम करने की बजाय खाद के बैग का भार 50 किलो की जगह 45 किलो कर दिया था। यह सरकार किसान हितैषी नही है! वास्तव में यदि किसानों की आय दुगुनी करना चाहती है इस देश की अधिकतम आबादी किसानों की है। उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा-चिकित्सा और नौकरी ना मिले इसलिए मोदी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और रक्षा बजट में भारी कटौती की है। किसानों के विरुद्ध जबरन नए काले क़ानून पास कराए जा रहे है। डीज़ल और खाद के रेट बढ़ाए जा रहे है। कृषि उपकरणों की ख़रीद पर नए टैक्स लाद दिए गए है। चुनाव से पूर्व किसानों को 6000 रुपए देकर एक सीजन में डीज़ल, खाद और दूसरे माध्यमों से किसानों से इस मुआवज़े से अधिक कई गुना वसूली की जाती है।किसान भाइयों जात-पात और धर्म से ऊपर उठिए। आपकी आने वाली पीढ़ियों को बर्बाद करने का खेल खेला जा रहा है। updated by gaurav gupta