जानकीनगर (पूर्णिया): अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जानकीनगर विस्तार केन्द्र एवं सेवा युथ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में भारत-चीन सीमा विवाद के बीच गलवन घाटी में धोखे से चीन के कायरतापूर्ण हमले में शहीद वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी तत्पश्चात चीन के राष्ट्रपति सी जिनपींग का पुतला, चीनी झंडा एवं वस्तु जलाकर आक्रोश जताया है। इस दौरान वन्दे मातरम्, भारत माता की जय, सी जिनपींग मुर्दाबाद, चीनी वस्तु का बहिष्कार करो आदि नारे लगा रहे थे। मौके पर एसवाईएफ के दुर्गानन्द झा ने कहा कि सीमा पर तैनात वीर सपूतों के हम आभारी हैं, इन्हीं के सक्रियता और तत्परता से हम खुला हवा में साँस ले पाते हैं। चीन को समझ लेना चाहिए कि यह 1962 का भारत नही 2020 का भारत है। चीन जिस भाषा में समझे भारत उस भाषा में जबाव देना जानता है। चीन को सैन्य मोर्चा सहित आर्थिक मोर्चा पर भी चोट करना बेहद जरूरी है। हमें चीनी वस्तु का बहिष्कार करना चाहिए।

जिला संयोजक अभिषेक आनंद ने कहा कि गलवन घाटी में धोखे से चीन के कायरतापूर्ण हमले से भारत के 20 वीर सपूत शहीद हुए हैं, हमें भारत माँ के वीर सपतों पर गर्व है। इनके बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा। चीन धोखेबाजी कर हमारे ऊपर कायरतापूर्ण हमला किया है, जिसकी जितनी निंदा की जाय वह कम है। यह दशकों लंबा विवाद है, जिसका समाधान होना चाहिए।

इस मौके पर शैलेन्द्र प्रसाद सिंह, पवन कुमार जयसवाल, शत्रुघन प्रसाद सिंह, पवन कुमार, मनोज साह, अमित अंकोला, पियुष भगत, अश्विनी भार्गव, दिव्याशु गौरव, रंजीत महतो, शुभम कुमार, नीरज सिंह, मयंक मिश्रा, बमबम कुमार, मनोज सिंह, बालो चौधरी सहित दर्जनों कार्यकर्ता व गणमान्य मौजूद थे। updated by gaurav gupta 

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