बनमनखी (पूर्णिया)- मोक्ष दायिनी मां गंगा के पृथ्वी पर अवतरण के पावन पर्व गंगा दशहरा एवं हिंदू धर्म का आधार स्तंभ गायत्री महाशक्ति के जन्म जयंती के पावन पर्व को गायत्री परिवार बनमनखी के तत्वावधान में गायत्री परिजनों ने सादगी पूर्ण वातावरण में पूजा-पाठ व धार्मिक अनुष्ठान कर मनाया।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए गायत्री परिवार के परिजन रणजीत कुमार गुप्ता ने बताया कि गायत्री शक्तिपीठ राजहाट में आयोजित कार्यक्रम में गायत्री उपासको ने आज प्रातः काल से ही अखंड जाप ,यज्ञ हवन ,दीप यज्ञ आदि कार्यक्रमों के माध्यम से मां गंगा एवं मां गायत्री के प्रति अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की।
पौराणिक एवं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज के ही दिन भागीरथ के कड़े तप से मां गंगा मैया स्वयं धरती पर अवतरित हुई थी ठीक उसी प्रकार विश्वामित्र के कठोर तप साधना के प्रतिफल के कारण वेदों की माता मां गायत्री मां का “आज के ही दिन अवतरण हुआ था हुआ था ।इस प्रकार आज का दिन का महत्व अत्यधिक गायत्री उपासको सहित हिंदू धर्मावलंबियों के लिए बढ़ जाता है।
विदित हो कि वैश्विक महामारी कोरोना से समस्त विश्व की रक्षा हेतु सभी गायत्री मंदिरों में एवं गायत्री उपासको के घरों में उनके परिजनों के द्वारा यज्ञ हवन का आयोजन प्रतिदिन किया जा रहा है।
आज के कार्यक्रम के व्यवस्था के सफल आयोजन मे गायत्री परिव्राजक उमेश सिंह रंजीत कुमार गुप्ता चंदेश्वरी मंडल सुमित्रा देवी किरण गुप्ता मंजू देवी कौशल्या देवी रश्मिरानी बिंदु देवी सविता देवी रीता सिंह आदि परिजन भाग लेते देखे गए। गौरव गुप्ता ब्यूरो चीफ बिहार /झारखंड
बनमनखी में गंगा दशहरा के अवसर पर गायत्री पूजन।
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