पूर्णियाँ – सहयोग अध्यक्ष डॉ अजीत प्रसाद सिंह के द्वारा सहयोग प्रांगण में वीर सावरकर जयंती मनाया गया । इस अवसर पर डॉ अजीत प्रसाद सिंह ने वीर सावरकर के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया और बताया की
28 मई 1883 को जन्में वीर सावरकर ही वही पहले व्यक्ति थे जिन्होंने ही सबसे पहले 1857 के महान स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को लिखकर पूरे ब्रिटिश शासन को चौंका दिया था। उस वक्त देश की आजादी और भारतीय समाज के भीतर हिंदू धर्म में हो रहे तमाम उथल-पुथल के बीच एक शख्स ऐसा भी था, जिसने हिंदू धर्म के उस स्वरूप को देश की जनता के सामने रखा, जिसे खुद भारत ने नहीं पहचाना था। यही दुनिया का ऐसा पहला शख्स था जिसने हिंदू धर्म को राजनीतिक रूप से संगठित करने का प्रयास शुरू किया और हिंदुत्व की विचारधारा की नींव रखी। यह विराट मेधा का व्यक्तित्व न केवल एक क्रांतिकारी था, बल्कि हिंदू समाज के लिए युगप्रवर्तक की भूमिका में सामने आया।
सावरकर भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के बेहद अहम सेनानी और प्रखर राष्ट्रवादी नेता थे। एक स्वाधीनता-संग्रामी के साथ ही सावरकर चिन्तक, लेखक, कवि, ओजस्वी वक्ता और राजनेता भी थे। भारतीय सभ्यता के इतिहास में सावरकर एकमात्र ऐसे इतिहासकार भी रहे हैं, जिन्होंने हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना देश के सामने रखी।
इस अवसर पर पूर्णिया जिला डिस्ट्रिक्ट स्किल मैनेजर राकेश कुमार एवं विशाल कुमार भी उपस्थित थे और डॉ अजीत प्रसाद सिंह के साथ मिलकर पूर्णिया जिला में चल रहे कौशल विकास केंद्रों को कोरोना रोग के प्रति जागरूक करने का प्रयास ऑनलाइन एवं सोशल मीडिया के द्वारा जिला स्किल मैनेजर के द्वारा किया जा रहा है
वही सहयोग प्रांगण में आए जरूरतमंद रोगी को निशुल्क स्वास्थ्य सेवा दिया गया साथ ही उन्हें निशुल्क होम्योपैथिक दवा भी दिया गया कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सारा कार्य किया गया इस अवसर पर सदस्य राहुल कुमार शर्मा डॉक्टर बबीता गोस्वामी हनी गोस्वामी गुंजेश कुमार सिंह का सहयोग सराहनीय रहा। updated by gaurav gupta