—कृष्ण सुदामा की तर्ज पर इस्कॉन द्वारका में मित्रता दिवस का आयोजन
—मित्रता दिवस पर कृष्ण के सखा बनकर आएँगे सुदामा सेवक
—अपने हाथों से सजा उपहार मित्र को करेंगे भेंट
—भगवान के प्रति जीवनभर दोस्ती निभाने का संकल्प
वंदना गुप्ता ने बताया इस्कॉन द्वारका सेक्टर-13 स्थित रुक्मिणी द्वारकाधीश मंदिर में रविवार (6 अगस्त) को मित्रता दिवस (फ्रेंडशिप डे) मनाया जा रहा है। यह केवल एक दिन नहीं बल्कि इसे एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है क्योंकि हज़ारों वर्षों की कृष्ण-सुदामा की मित्रता को आपसी संबंधों की नींव को मजबूत करने के लिए आज भी याद किया जाता है। मित्रता दिवस के दिन हम भी उसी सच्ची, निस्स्वार्थ मित्रता को याद करते हैं और कृष्ण और सुदामा के गुणों को गुणगान करते हुए अपने बच्चों और मित्रों में वही संस्कार ढ़ूँढ़ते हैं।
उत्सव का सिलसिला यूँ तो प्रातःकाल से ही श्रृंगार दर्शन के साथ शुरू हो जाएगा। श्री श्री रुक्मिणी द्वारकाधीश को मित्रता का बैंड अर्पण करने के लिए सखा भाव में लोग उनके दर्शन करने आएँगे। औपचारिक कार्यक्रम शाम 5 बजे से आरंभ होगा, जिसमें बाल-गोपाल कृष्ण रूप में सज-धज कर वहां विराजमान होंगे और मंदिर से जुड़े हज़ारों सुदामा सेवक उन्हें फ्रेंडशिप बैंड बाँधेंगे। वास्तव में ये सुदामा सेवक मंदिर निर्माण में अपना सहयोग कर भगवान के प्रति जीवन भर की दोस्ती निभाने का संकल्प करेंगे, क्योंकि सहयोग भी मित्रता का एक रूप है।
इस अवसर पर बच्चों को तुलसी पौधे के लिए मिट्टी के पात्र को भी डेकोरेट करना सिखाया जाएगा। जिसे बाद में वे स्मृति के तौर पर अपने मित्र को उपहारस्वरूप दे सकते हैं।
बॉक्स मैटर
कृष्ण की दोस्ती और सुदामा सेवकों का प्यार
कहते हैं दोस्ती में प्यार को मापा नहीं जा सकता। और वह दोस्ती का भाव अगर भगवान कृष्ण के प्रति हो तो उसकी गहराई की कोई सीमा नहीं होती। इस्कॉन द्वारका में दिल्ली व आसपास के लगभग हज़ारों सुदामा सेवक दोस्ती के लिए सेवा का यही भाव लिए मंदिर निर्माण में सहयोग कर रहे हैं और अन्य लोगों को भी इस सुदामा सेवा से जुड़ने को प्रेरित कर रहे हैं।
आप भी अपने सामर्थ्यानुसार एक अल्पराशि को सुनिश्चित कर भगवान की सेवा में लगा सकते हैं। इसके उपरांत इस धाम के प्रांगण में एक वर्ग फुट जगह आपके नाम से आवंटित की जाएगी। भविष्य में जब भी आपका वंशज अपने दादा-परदादा का नाम देखना चाहेगा, वह इस्कॉन की साइट पर नाम देख सकेगा और उसे मालूम पड़ जाएगा कि यह वर्ग फुट हमारे परिवार की ओर से है। इस तरह आप भगवान कृष्ण के सुदामा सेवक बनकर मित्रता दिवस पर उनके प्रति अपने प्रेम को प्रदर्शित कर सकते हैं।
updated by gaurav gupta