परिचर्चा- मदर्स डे-14 मई विशेष-

● लवों पे उसके कभी वद् दुआ नहीं होती,

मेरी मां मुझसे कभी खफा नहीं होती-

● मदर्स डे आज- 

*सोनम यादव की रिपोर्ट* 

“मां ममता और समर्पण की मिशाल होती है।

किस्मत वाले होते हैं जिनकी मां होती है ।

मां के बारे में पूछना है तो उनसे पूछों

जिनको ममता के छांव की तलाश होती है।

ललितपुर – मदर्स डे एक ऐसा दिन जिस दिन बच्चे अपनी मां के सम्मान के लिए उन्हें स्पेशल फील कराते हैं। मां का ऋण कोई भी कभी नहीं उतार सकता है,क्यों मां शब्द ही ऐसा है जिसमें बच्चे का पूरा संसार बसता है।मदर्स डे को लेकर बच्चों ने अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि एक मां ही है जिसने हमें बचपन में बोलना सिखाया। मां बच्चों की प्रथम पाठशाला होती है।मां के मुंह से निकलने वाले प्रत्येक शब्दों का उच्चारण करके बच्चे बचपन में पहला शब्द मां बोलना सीखते हैं।बच्चों के जीवन में मां का बहुत बडा उपकार होता है।जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है।

01- मां का करें सम्मान- काव्या

काव्या का कहना है कि मां ही है जो हमारी जीवन की नैया पार लगाती है ।मां के ही मार्गदर्शन में हम पढ-लिखकर अपना कर्तव्य पूर्ण करते हैं।मां ही बच्चे की प्रथम पाठशाला होती है। समाज में मां का रूप सबसे शक्तिशाली और कोमल होता है।मां कभी गाती, कभी कहानियां भी कहती है। एक मां ही है जो बच्चों के सभी कष्टों को दूर करती है।मां दुनिया में बनी रहे ,इसलिए बेटी को सम्मान देना आवश्यक है।

02- उपहार देकर करें मां का सम्मान- जिया

जिया का कहना है कि मदर्स डे एक ऐसा स्पेशल दिन है जिसे दुनियाभर की माताओं को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन बच्चे अपनी मां के साथ समय बिताते हैं या उन्हें उपहार देकर या उनके लिए कुछ खास करके उनके प्रति अपना प्यार और आभार व्यक्त करते हैं।

03- मां ममता की है मूर्ति- रश्मि

रश्मि का कहना है कि मां के प्रति प्यार जताने के लिए उन्हें गिफ्ट, कार्ड्स या कुछ खास देते हैं। वैसे तो मां को प्यार करने और तोहफे देने के लिए किसी खास दिन की जरूरत कभी नहीं पडती लेकिन फिर भी मदर्स डे के दिन मां को और सम्मान दिया जाता है।मदर्स डे हमें मां की ममता और प्यार को बतलाता है।

04- मां से बढकर दुनिया में कोई नहीं- दिव्यांश

दिव्यांश जैन का कहना है कि इस दुनिया में किसी बच्‍चे के लिए मां से बढ़कर कोई नहीं है। मां वह शब्‍द है, जिसमें शायद पूरी दुनिया का प्‍यार और स्‍नेह छिपा हुआ है। हम चाहे कितने भी बड़े हो जाएं, लेकिन अपनी मां के लिए हम बच्‍चे ही रहते हैं। सभी मांओं को सम्‍मान देने और उनके खुशी के नाम है एक दिन मदर्स डे।

05- मां के ममत्व को दें सम्मान- गौरव

गौरव तिवारी का कहना है कि मां हमें जिंदगी देने के साथ जीवनभर प्यार और सीख देती हैं। अगर हम अपने जीवन में व्यस्त समय में से एक पल निकालकर सोचें कि आज हम जो कुछ भी बन पाए हैं, उसके पीछे हमारी मां का कितना बड़ा बलिदान है। मां के बलिदानों को सम्मान देने के लिए एक दिन काफी नहीं है, लेकिन फिर भी दुनियाभर में मई के दूसरे रविवार को हर साल मदर्स डे मनाया जाता है ताकि मां के उस प्यार को सम्मान दिया जाए।

updated by gaurav gupta 

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