मुरलीगंज – मुरलीगंज प्रखंड क्षेत्र के पकिलपार गांव निवासी उमेश कुमार की पुत्री लक्ष्मी कुमारी ने आयुष चिकित्सा में डिस्टिंक्शन नंबर लाकर अपने गांव प्रखंड एवं जिले भर का नाम रोशन किया है। डॉक्टर लक्ष्मी के पिता झारखंड पुलिस कोडरमा में ASI के पद पर कार्यरत हैं। लक्ष्मी ने बी एच एम एस के अंतिम वर्षों में डिस्टिंक्शन मार्क लाकर परिवार के सभी सदस्यों का मान सम्मान बढ़ाया है। डॉक्टर लक्ष्मी ने मेहनत और लगन शील स्वभाव से जो इस लक्ष्य को हासिल किया है इसका श्रेय अपनी माता को देती है। विनोवा भावे यूनिवर्सिटी हजारीबाग के झारखंड स्टेट आयुष मेडिकल काउंसिल द्वारा डिस्टिंक्शन नंबर से पास की है। साथ ही अपने दादा पीर वक्त प्रसाद मंडल एवं चाचा जनार्दन प्रसाद यादव जे डी यु प्रखंड अध्यक्ष का भी नाम रोशन किया है। डॉक्टर लक्ष्मी कुमारी ने बताया कि बी एच एम एस कोर्स यानी (होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी का बैचलर) चिकित्सा क्षेत्र में स्नातक की डिग्री प्रोग्राम है। इस डिग्री में होम्योपैथिक प्रणाली के चिकित्सा का ज्ञान शामिल है। बी एच एम एस कोर्स डिग्री को पूरा करने के बाद आप होम्योपैथिक चिकित्सा क्षेत्र के डॉक्टर बनने के पात्र हैं। डिग्री धारक डॉक्टर के रूप में उपसर्ग करने के योग्य हैं। डॉक्टर लक्ष्मी चिकित्सा क्षेत्र में निस्सहाय एवं गरीबों की मदद करना चाहती है। आज महंगी चिकित्सा व्यवस्था में होम्योपैथी द्वारा बहुत से रोगों का इलाज हो सकता है| रिपोर्ट – चंचल कुमार updated gaurav gupta

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