पूर्णिया :- कसबा प्रखंड के कसबा नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 में दरगाह पर एक मजार में हर साल 14 अप्रैल को हिंदी कैलेंडर के अनुसार प्रथम साल होने के उपलक्ष पर इस दरगाह पर मात्र 2 घंटे की मेला देखने को बनती है वही दरगाह के नए कमेटी का गठन भी किया गया है जबकि क्या दरगाह में मुसलमान से भी बढ़कर हिंदुओं का आस्था बनी रहती है और हजारों की संख्या में हिंदू श्रद्धालुओं दूर सर से आकर इस मजार पर चादर चढ़ाते हैं और माथे देखते हैं वही मुसलमान भी यहां भाईचारा निभाते हुए अपना बहुमूल्य समय इस मजार में देते हैं और और मेला को सफल बनाने में मदद करते हैं देखा जाता है इस मजार में आने के लिए किसी प्रकार की रास्ता नहीं रहते हुए पर भी श्रद्धालु बड़े मजे से रेतीली बालू को टक्कर इस दरगाह को देखने आते हैं आस्था है कि इस मजार के पीर बाबा बड़े ही दयालु एवं शक्तिशाली थे जब क़स्बा के धरती पर विपत्ति की घड़ी आती थी तब यहां के मजार पर रहने वाले पीर बाबा अपने आशीष से इस कठिनाई को दूर करते थे ! अनुभवी आँखें न्यूज़ के लिए संजीव सरकार की रिपोर्ट