नई दिल्ली: 3 टेस्ट, 5 वनडे और एक टी 20..कुल 9 मैच 9 जीत. भारतीय टीम ने श्रीलंका दौरे के अंतिम मैच टी-20 में भी मेजबान टीम को हरा दिया है लगातार 9वीं जीत दर्ज कर ऐसा व्हाइट वॉश किया जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में कभी नहीं हुआ. यह पहली बार है कि विदेशी धरती पर टीम इंडिया ने क्रिकेट की विधा के तीनों फॉरमेट में खेले गए सभी मैचों में जीत हासिल की है.
श्रीलंका ने टीम के ऐलान के बावजूद नई टीम चुनते हुए 2 बदलाव किए. लेग स्पिनर जेफ़री वैंडरसे और पेसर ऑलराउंडर दसुन शनाका को शामिल किया गया था. लसिथ मलिंगा, सुरंगा लकमल और और अकिला धनंजय पर मुख्य तौर पर गेंदबाज़ी का भार रहा. वहीं टीम में वानिडु हसारंगा, तिसारा परेरा, मिलिंदा सिरिवर्धने जैसे ऑलराउंडर भी रहे, लेकिन जीत फिर भी हाथ न लगी. विराट कोहली और मनीष पांडे के अर्धशतक ने भारत को जीत दिला दी.
विराट ब्रिगेड ने यूं बनाया 9-0 का रिकॉर्ड
पहला टेस्ट (गॉल): टीम इंडिया 304 रन से जीती
दूसरा टेस्ट (कोलंबो): टीम इंडिया एक पारी 53 रन से जीती
तीसरा टेस्ट (पल्लेकेले): टीम इंडिया एक पारी 171 रन से जीती
पहला वनडे (दाम्बुला) : टीम ने 9 विकेट से जीत दर्ज की
दूसरा वनडे (पल्लेकेले) : टीम इंडिया तीन विकेट से जीती
तीसरा वनडे (पल्लेकेले) :टीम इंडिया 6 विकेट से जीती
चौथा वनडे (कोलंबो) : टीम इंडिया 168 रन से जीती
पांचवां वनडे (कोलंबो) :टीम इंडिया 6 विकेट से जीती
टी 20 मैच (कोलंबो) : टीम इंडिया ने सात विकेट से जीत दर्ज की
विराट कोहली (82 )और मनीष पांडे (नाबाद 51) की जोरदार बल्लेबाजी की बदौलत टीम इंडिया ने आज यहां श्रीलंका दौरे का समापन जीत के साथ किया. इन दोनों बल्लेबाजों के बेहतरीन अर्धशतक की बदौलत टीम इंडिया ने एकमात्र टी20 मैच सात विकेट से जीत लिया. मैच में जीत के लिए टीम इंडिया के सामने 171 रन बनाने का लक्ष्य था. एक समय जब भारतीय टीम के दो विकेट 42 रन पर गिर गए थे तो श्रीलंका के लिए कुछ उम्मीदें बंधी थी. लेकिन विराट ने मनीष पांडे के साथ मिलकर श्रीलंका टीम के लिए सारी उम्मीदें खत्म कर दी. भारत ने 19.2 ओवर में तीन विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया.
कोहली 82 रन बनाकर आउट हुए. मनीष पांडे 51 और एमएस धोनी 1 रन बनाकर नाबाद रहे. इस जीत के साथ टीम ने 9-0 के एकतरफा रिकॉर्ड के साथ श्रीलंका दौरे का समापन किया. टीम ने तीन टेस्ट, पांच वनडे और एकमात्र टी20 मैच में लगभग एकतरफा अंतर से जीत दर्ज की. टीम इंडिया ने विदेश में इससे पहले कभी दौरे के सारे मैचों में जीत हासिल नहीं की थी.