गया(संवावदाता धीरज गुप्ता) – उर्दू निदेशालय मंत्रिमंडल, सचिवालय विभाग,बिहार सरकार के योजनान्तर्गत आज जिला परिषद,गया के सभागार में *फरोग-ए-उर्दू सेमिनार* का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर किया गया।मंच संचालन सईद असदक, सहायक उर्दू अनुवादक, कोंच प्रखंड द्वारा किया गया है कार्यक्रम में मो० इश्तेयाक अजमल,प्रभारी उर्दू भाषा कोषांग) द्वारा आये हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया गया है उन्होंने बताया कि एक वक़्त हुआ करता था जब हमारे घर वाले ये बोला करते थे कि उर्दू के साथ- साथ हिंदी और अंग्रेज़ी भी पढ़ा करो।साथ ही उन्होंने बताया कि जितने भी बॉलीवुड के गाने हैं वो बिना उर्दू के जानकारी के संभव नहीं हैं अब तो उर्दू भाषा का इस्तेमाल बहुत कम गया है हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी का ये बहुत बड़ा पहल है कि उन्होंने उर्दू भाषा की बढ़ोतरी के लिए बहुत सारी योजनाओं का परिचालन किया है हम सब उनका तहेदिल से शुक्रगुजार हैं इस अवसर पर स्कूल के बच्चों के द्वारा आलेख पाठ की प्रस्तुति की गई जिसमें आशियाना परवीन,उरूज फातमा,गुलाम गौस, मो० सादिक एवं मो० अमीर खां ने भाग लिया।सभी ने सरकार की कल्याणकारी योजना *बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ* शीर्षक पर अपने विचार,अपनी बातें रखीं हैं अल हीरा स्कूल की ऊरूज फातमा ने अपने भाषण में कहा कि *जब खुदा अपने बंदे से खुश होते हैं तो वो उससे बेटी अता करते हैं* इस बात पर सभी लोगों ने हामी भरी और सबों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है उसके उपरांत मुशायरा की प्रस्तुति की गई और जिला शिक्षा पदाधिकारी मो० मुस्तफा हुसैन मंसूरी ने बताया कि वो शुरू से अंग्रेज़ी में पढ़ाई किए है लेकिन उन्होंने अब अपने बच्चों के साथ उर्दू की तालीम हासिल की। इस मंच पर जनाब मासूम अज़ीज़ काज़मी,जिला शिक्षा पदाधिकारी मो० मुस्तफा हुसैन मंसूरी, सरताज अली खां,महफुजुल हसन,सैयद अहमद कादरी, खुर्शीद अहमद,मोती करीमी, स्कूल के शिक्षक एवं अन्य लोग उपस्थित थे।updated by gaurav gupta

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