गया(संवावदाता धीरज गुप्ता) – गया के फतेहपुर से 17 किलोमीटर अंदर जंगल में बिरहोर नाम का टोला है जिसमें लोग आज भी गरीबी का जीवन गुजर-बसर कर रहे हैं वह लोग जंगल से लकड़ी काटकर शहर में भेजते हैं तब वह कुछ खाना खाते हैं
और उसके बाद जंगल से जड़ी बूटी काटकर दातुन बेचकर वह किसी तरह से अपना जीवन गुजर-बसर कर रहे हैं हम लोगों ने वात्सल्य निर्भया शक्ति ने उस गांव में जाने का निर्णय लिया और वहां पर लोग तीन जगह में बटे हुए हुए हैं एक जगह पर 22 घरों का बस्ती है दूसरी जगह पर 17 घरों का बस्ती है तीसरी जगह पर मात्र तेरा घर का बस्ती है इस तीनों गांव में टोला में हम लोगों ने कुछ नए कपड़े कुछ पुराने कपड़े और कंबल का वितरण किया छोटे-छोटे बच्चों को बिस्किट और केक दिए अच्छे काम करने की देर है सहयोग करने वाले की कभी नहीं है जैसे ही हम लोगों ने यह निर्णय लिया और लोगों से मिलना शुरू किए पुराने कपड़ों के लिए तो कुछ लोगों ने आगे बढ़कर कंबल दिए बिस्किट दिए केक दिए या पारले जी बिस्किट एजेंसी से 10 कंबल 2 पेटी पारले जी बिस्किट उन्होंने आगे बढ़ कर दान दिए रंजीत लोहानी वहीं पर एक जैकेट का दुकान है महिला कॉलेज के पास इन्होंने फोन करके हमसे पूछा क्या आपका पोस्ट देखे हैं आप कोई गांव जाना चाहती हैं और अब संस्था चलाती हैं सत्यवती कुमारी गुप्ता ने उन्हें बताया कि हां सारी स्थिति से अवगत करवाया और उस जगह का नाम बताया तो उन्होंने सहयोग के रूप में 20 कंबल और एक पेटी केक दिए कुछ नए कपड़े और कुछ पुराने कपड़े भी दिए उनका नाम है धर्मेश खुराना वहीं पर गया नहीं एक माही ट्रेडर्स एजेंसी है जिनका मालिक का नाम है राकेश कुमार वर्णवाल उन्होंने भी आगे बढ़कर हमेशा निर्भया शक्ति का सहयोग किए हैं उन्होंने हमें बिरहोर टोला के लिए सेनेटरी पैड और एक पेटी क्रीम बिस्किट दिए इन लोगों के सहयोग के कारण ही में यहां से 50 से 60 किलोमीटर दूर पर जाकर उन लोगों को मदद कर पाए मुझे बहुत अच्छा लगा कि मैं उन मैं कुछ सहयोग कर पाए जिसमें पूनम शर्मा जी ने भी वस्त्र दिए थे वह मेडिकल मून का घर है वहीं पर डॉ शालनी बीजेपी महिला मोर्चा के अध्यक्ष है उन्होंने भी काफी सहयोग किया वह चली निर्णय शक्ति को हम लोगों ने घर-घर जाकर पुराने वस्त्र इकट्ठे किए थे और वही वस्त्र उन दोनों में बांटे और कुछ नए कपड़े भी दिए इश्क सहयोग के लिए आदित्य कुमारी गुप्ता पियूष कुमार दांगी नित्या कुमारी विकी कुमार ने अपना श्रमदान दिया और हमेशा सहयोग किए हैं। updated by gaurav gupta