नई दिल्ली :- सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को राम जन्मभूमि मामले पर अंतिम बहस पर सुनवाई करेगी। कोर्ट इस मामले में 13 अपील की सुनवाई करेगी जो 2010 के इलाहाबाद हाइ कोर्ट के फैसले को विरुद्ध दायर की गई थी। इन याचिकाओं में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी गई थी, जिसने अयोध्या में विवादित 2.77 एकड़ की जमीन साइट के तीन विभाजन को अनिवार्य किया था।अदालत ने विवाद के मामले में श्याम बेनेगल, अपर्णा सेन और तिस्ता सेतलवाड़ के आवेदन सहित सभी 32 हस्तक्षेप याचिकाओं को खारिज कर दिया था।सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और अब्दुल नज़र की एक खंडपीठ ने भी रजिस्ट्री को निर्देश दिया था कि अयोध्या मामले में किसी भी हस्तक्षेप के आवेदन को स्वीकार ना करें।सुप्रीम कोर्ट ने विवाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सुब्रमण्यम स्वामी के हस्तक्षेप की याचिका को भी खारिज कर दिया था जिसमें हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सदियों पुराने संघर्ष को मुद्दा बनाया गया था।1528 में अयोध्या में मुगल बादशाह बाबर द्वारा निर्मित बाबरी मस्जिद को 6 दिसंबर 1992 को हिंदू कारसेवकों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। जिसके बाद उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर हुए दंगों में 2,000 लोग मारे गए थे। हिंदुओं ने हालांकि दावा किया है कि मूल रूप से वहां एक राम मंदिर था जिसे मस्जिद का निर्माण करने के लिए ध्वस्त कर दिया गया था। अनुभवी आँखें न्यूज़ डेस्क !