गया – गया मे मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहारी श्री एच आर श्रीनिवास की अध्यक्षता में गया जिले का निर्वाचन से संबंधित कार्यों का निष्पादन की स्थिति की गहन समीक्षा की गईहै पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से गया जिले के सभी ११ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का मतदान केंद्र युक्तिकरण की स्थिति वीवीपैट गोदाम हेतु भूमि की उपलब्धता की स्थिति, निर्वाचक साक्षरता क्लब की क्रियान्वयन की स्थिति,निःशक्तजन मतदाताओं का निर्वाचक सूची में प्रविष्ट की स्थिति,सी एफ एम एस की स्थिति,विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा मतदान केंद्र युक्तिकरण के संदर्भ में दिए गए निष्पादन की स्थिति निर्वाचक सूची में नए मतदाताओं के नाम जोड़ने, मृतक,प्रवासी मतदाताओं के नाम विलोपित करने की स्थिति की गहन समीक्षा की गई आज,
समीक्षा के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि आगामी चुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर भीभी पैट युक्त ईवीएम का प्रयोग किया जाएगा और इसलिए जिला,अनुमंडल एवं महत्वपूर्ण स्थल पर मतदाताओं को जागरूक करने हेतु इसका प्रदर्शन करवाया जाए और मृतक एवं प्रवासी मतदाताओं का मतदाता सूची से नाम विलोपित करने से पहले नोटिस करके उनकी सुनवाई करायी जाए। ऐसे मतदाताओं की संख्या २४००० दर्शाया गया है ९९वर्ष से ऊपर के मतदाताओं का सत्यापन कराने का निर्देश दिया गया है १८ वर्ष से ऊपर सभी निःशक्त जनों का नाम मतदाता सूची में जुड़वाने का निर्देश दिया गया है उन्होंने बताया कि पांच प्रकार के निःशक्त जनों को शामिल किया गया है जिनमें दृष्टिबाधित,कर्णबधिर,मंदबुद्धि, लोकोमोटिव एवं बहुविकलांग है गौरतलब है ईनकी संख्या जिले में १०५३ है मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि बिहार में निःशक्तजनों की संख्या कुल मतदाताओं का १०% है जिन्हें मतदान के लिए तैयार करना आवश्यक है इसके लिए पर्याप्त संख्या में व्हीलचेयर होना चाहिए और मतदान केंद्र पर बने हुए रेमस पर रेलिंग की व्यवस्था रहनी चाहिए साथ ही ऐसे मतदाताओं में जागरूकता लाने के लिए इन पर काम करने वाली गैर सरकारी संस्थाएं समाज कल्याण विभाग,एनसीसी, एनएसएस,स्काउट गाइड से सहयोग लेना आवश्यक है और
वृद्धा आश्रम में रहने वालों के लिए विशेष वाहन की व्यवस्था रखनी चाहिए उन्होंने कहा कि निःशक्तजनों की सर्वे,निर्वाचक सूची में उनका नाम जोड़ने एवं मतदान हेतु सुविधा प्रदान करने पर कार्य किया जाना चाहिए और जब संविधान एवं अधिनियम उन्हें मतदान का अधिकार प्रदान करता है तो उन्हें इस का अवसर मिलना चाहिए और दृष्टिबाधित मतदाताओं के लिए निर्गत एपिक के पीछे उनका नाम भाग संख्या इत्यादि ब्रेल लिपि में अंकित रहना चाहिए और समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि १ सितंबर से विशेष पुनरीक्षण प्रारंभ होने वाला है इसलिए उससे पहले मतदाता एवं मतदान युक्तिकरण का शत प्रतिशत सत्यापन कर लिया जाना चाहिएं और उन्होंने कहा कि जो अतिविशिष्ट व्यक्ति हैं यथा पूर्व विधायक,पूर्व सांसद,पूर्व में चुनाव लड़ने वाले का मतदाता सूची में नाम निश्चित रूप से रहना चाहिए और एक ही परिवार के सभी मतदाताओं का नाम एक ही मतदान केंद्र में रहना चाहिए,उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र का वैसे २० मतदान केंद्रों का सत्यापन कराने का निर्देश दिया,जहां अधिकत्तम सब कार्य सही किया गया हो और
मतदाताओं को जागरूक करने के लिए महाविद्यालय,जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम करवाने का निर्देश दिया गया है और उन्होंने सभी निर्वाचन निर्वाचन पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को निर्वाची पदाधिकारी की हस्तपुस्तिका पढ़ लेने का निर्देश दिया है उन्होंने कहा कि निर्वाचन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने कहा कि गया जिले के ईआरओ एवं एईआरओ सुनिश्चित करेंगे कि निर्वाचन प्रक्रिया पर किसी को उंगली उठाने का मौका ना मिले एवं निर्वाचन के कार्य में निष्पक्षता के साथ निर्वाचन आयोग द्वारा दी गयी मार्गर्दशिका के अनुसर किया जाए और उन्होंने कहा कि निर्वाचक सूची की शुद्धता पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अच्छा काम करने वाले पदाधिकारी को उच्च स्तर पर पुरस्कृत किया जाता है। उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि गया जिले के पदाधिकारी को भी पुरस्कार प्राप्त हो,बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे और बैठक के उपरांत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी जिलाधिकारी के साथ भी भी पैट गोदाम का निरीक्षण किया एवं जेल प्रेस का भी निरीक्षण किया गया।रिपोर्ट – धीरज गुप्ता

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