कांडी(झारखंड) – मुखिया संघ अध्यक्ष सह मुखिया-मीना देवी ने जानकारी देते हुए कहा कि 4/8/2018 को हिंदुस्तान अखबार में डीसी-डॉ नेहा आरोड़ा के माध्यम से खबर प्रकाशित हुई थी कि 14 वें वित्त के पैसों से पंचायत के आंगन बाड़ी केंद्र में पोशाक देना है।वर्तमान समय में पूरे कांडी प्रखण्ड में प्रत्येक पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को पोशाक, बर्तन, खिलौना,बक्सा, दरि आदि अन्य सामान करीब करीब लगभग 16 पंचायत में अधिकांश पंचायत को भेज दिया गया है।सभी मुखिया के द्वारा मुखिया संघ अध्यक्ष-मीना देवी से पूछा गया कि माल कहाँ से आया है तो मीना देवी ने बताया कि मुझे कुछ नहीं मालूम कहां से कैसे आया है।मीना देवी के द्वारा पंचायत सचिव से पूछे जाने पर बताया कि बीडीओ साहब ने भेजा है।जबकि पैसा पेमेंट करना है पंचायत सचिव व मुखिया को। इसका कब,कैसे खरीदी हुआ,पंचायत भवन में कैसे आ गया, यह समझ से बाहर की बात है। सरकोनी पंचायत के पंचायत भवन में 8-9 बक्सा में समान आया है।पंचायत सचिव से बात करने पर बताया कि साहब भेजवाए हैं। कोई मनीष नाम का व्यक्ति गढ़वा से भेजा है। जांच में पंचायत के आंगन बाड़ी केंद्र में 10-15 बच्चे ही हमेशा पाए जाते हैं।जबकि 40 -40 बच्चों का पोशाक,बर्तन,ग्लास,कटोरा,खिलौना आदि आया हुआ है। इस स्थिति में अगर 40 बच्चे हैं तो बीडीओ आकर 40 बच्चा लाकर प्रत्येक केंद्र पर समय निकाल कर सबको हाथों हाथ दे दें। पैसा वाजिब रेट में पेमेंट होना चाहिए। पंचायत सचिव बांट दे अपने मन से मंगाया है कपड़ा। पंचायत सचिव की जेम्मेवारी है। सरकोनी मुखिया इस स्थिति में काम नहीं कर पाएंगी। यदि दबाव गलत तरीके से मुखिया संघ अध्यक्ष-मीना देवी के उपर दिया जाएगा तो मैं सरकोनी मुखिया पति – अरुण कुमार सिंह अपने पत्नी को जेल जाने से बचाने के लिए वित्त विभाग से जनता को जुटाकर जनता के सामने अपनी तकलीफ रख कर बीडीओ की मनमानी व पंचायत सचिव की मनमानी रखते हुए डीसी मैडम को रिजाइन दे दूंगी।संवाददाता-विवेक चौबे, updated gaurav gupta

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