मधेपुरा – अगर आज आपसे यह कहा जाए कि ज्ञान देने वाला कोई गुरु शिष्या की आबरू का लुटेरा बन गया तो, अब शायद आपको जरा भी हैरानी नहीं होगी। ऐसा इसलिए कि आज देश में इस तरह का वाक्य शायद पहला नहीं है।
कलयुग में कुछ गुरु ज्ञान नहीं देते बल्कि आबरू से खिलवाड़ करते हैं।देश में महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर महज़ वादे मात्र किये जाते हैं।नए-नए कानून बनाये जाते हैं। शादी का झाँसा देकर लड़कियों का यौन शोषण करना और उसके साथ अवैध संबंध बनाने जैसी घटनाए धीरे धीरे आम होती जा रही है।
मधेपुरा जिला मुख्यालय की घटना अभी शांत भी नहीं हुई थी कि ऐसी ही एक घटना मधेपुरा जिले के पुरैनी बाजार में देखने को मिली।यहां एक प्राईवेट शिक्षक ने अपनी दशवीं की छात्रा का डेढ वर्ष से मैट्रिक परीक्षा में उत्तीर्ण कराने और शादी के दिलासे देकर यौन शोषण किया। शिक्षक के द्वारा लगातार अवैध संबंध बनाने से छात्रा गर्भवती हो गई है और अब पीड़िता के परिजनों पर उसका गर्भपात कराने का दवाब बनाया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार पुरैनी मुख्यालय के गणेशपुर निवासी एक प्राईवेट शिक्षक दुर्गापुर पंचायत के एक गांव की एक नाबालिग वर्ग दशम की शिष्या को परीक्षा मे अच्छे अंक से उत्तीर्ण कराने और शादी करने का झांसा देकर नवमी वर्ग से ही लगातार करीब डेढ वर्ष से यौन शोषण करता रहा। इतना ही नही अब जब लड़की गर्भवती हो गयी तो उसपर गर्भपात का दवाब भी बना रहा है। पीड़ित नाबालिग छात्रा के पिता दैनिक मजदूर है किसी तरह दिल्ली पंजाब मे मजदूरी कर दो वक्त की रोटी कमा पाते है । उक्त घटनाक्रम से छात्रा के गांव में लोग आक्रोशित हैं। लोगो का कहना है आखिर हम बच्चियो को कहां और किस भरोसे पढ़ने भेजे अब जब गुरू ही आबरू से खिलवाड़ करने लगे है ।
इधर पीड़िता के मुताबिक टीचर ने शादी का झांसा देकर डेढ़ साल तक लगातार शारीरिक शोषण किया ।पीड़िता के पिता मजदूरी करने हेतु पंजाब गए हुए हैं। जबकि उसकी माँ गांव मे रहकर बेटी को पढ़ाने पुरैनी के गणेशपुर के एक निजी शिक्षक के यहाँ भेजा करती थी । इसी दौरान उक्त शिक्षक नाबालिग छात्रा को अपने माया जाल मे फंसा कर डेढ़ साल तक उसके साथ यौन शोषण करता रहा। साथ ही साथ उक्त शिक्षक ने पीड़िता को मैट्रिक में फर्स्ट डिवीजन के साथ शादी का भी प्रलोभन दिया। जब किशोरी छ: माह की गर्भवती हो गयी तब इसकी भनक लगते ही छात्रा ने शिक्षक के करतूत को घर वालों के सामने उजागर कर दिया। जबकि आरोपी शिक्षक पहले से ही शादीशुदा और दो बच्चे का पिता है।
बताते हैं कि मामले की गुप्त सूचना जब डीएसपी सीपी यादव को मिली तो उन्होंने थानाध्यक्ष सुनील कुमार भगत को मामले जांच कर कार्रवाई करने के लिए कहा।
वही इस पूरे प्रकरण मे सबसे शर्मनाक बात यह उभरकर सामने आ रही है कि कुछ पंचायत प्रतिनिधियों ने मिलकर गरीब की इस बच्ची की आबरू की कीमत लगाकर मामले को रफादफा करने के प्रयास में जुट गये हैं । लड़की के पिता बाहर थे, अब तक मामले को लेकर पीड़िता द्वारा पुरैनी थाना में आवेदन नही दिया गया है। मामले की सूचना पाकर संध्या मे पीड़िता के घर जब पुरैनी थानाध्यक्ष सुनील कुमार भगत, एएसआई कामेश्वर प्रसाद राय एवं पुलिस बल के साथ पहुंचे तो पीड़ित लड़की और उसके माता-पिता घर से गायब थे। रिपोर्ट –
संजीव कुमार, updated gaurav gupta