मधेपुरा- बहुजनो के द्वारा विशाल आक्रोश मार्च किया गया। मामला मोतीहारी स्थित महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर संजय कुमार यादव के साथ हुए मॉब लिंचिंग व मारपीट को लेकर मंगलवार को मधेपुरा जिला मुख्यालय में बहुजन समाज के द्वारा विशाल आक्रोश मार्च निकाला गया।
आक्रोश मार्च का नेतृत्व कर रहे पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला, प्रो. डॉ. जवाहर पासवान व चंद्रशेखर ने किया।आक्रोश मार्च मुख्य बाजार होते हुए कर्पूरी चौक पर पहुंचते ही आक्रोश मार्च जनसभा में तब्दील में हो गया। कर्पूरी चौक पर जनसभा को संबाेधित करते हुए पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला ने कहा कि आज समाज में शिक्षक भी महफूज नहीं है। मोतीहारी स्थित महात्मा गांधी केंद्रीय विवि के प्रो. संजय कुमार यादव को मनुवादियों ने घर से खींच कर मारा। उनकी हालत बहुत गंभीर है। वे एम्स में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। इसके अलावे बहुजन विद्वान प्रो० केदार मंडल तथा प्रो० हरि नारायण ठाकुर पर भी जानलेवा हमला बर्दाश्त के बाहर है।
मौके पर प्रो. डॉ. जवाहर पासवान ने कहा कि प्रो. संजय कुमार केंद्रीय विवि प्रशासन की मनमानी के खिलाफ आंदोलन चला रहे थे। वे बहुजनों के हित की बात करते थे, विवि के संघी वीसी द्वारा लागातार प्रो. संजय कुमार पर इस्तीफा का दबाव बनाया जा रहा था। इस्तीफा नहीं देने पर उनपर हमला करवाया गया। उन्हें जान से मारने की साजिश रची गई। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार बहुजनों के साथ अत्याचर कर रही है। 85 प्रतिशत बहुजनों के आवाज को दबाने का प्रयास हो रहा है। बहुजनों के बुद्धिजीवी वर्ग पर प्रहार करवाया जा रहा है।
डॉ. जवाहर ने कहा कि अब बहुजन जग गया है। बाबा साहब के दिए हुए संविधान के बदौलत बहुजन अपना हक ले कर रहेगा। भारतीय पिछड़ा शोषित संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर कुमार ने कहा कि राज्य व केंद्र सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है। मनुवादियों का अत्याचार काफी बढ़ गया है। उन्हाेंने कहा कि बहुजनों के हित की बात करने वाले प्राे. संजय कुमार पर जानलेवा हमला कर जान से मारने की साजिश रची गई है।
आक्रोश मार्च में शिक्षक विवि संघ के अध्यक्ष प्रो. सुभाष सिंह, प्रो. सुरेश कुमार यादव, संजय यादव, मनोज कुमार यादव, दिनेश ऋषिदेव, अमरेंद्र यादव, जय किशोर यादव, प्रो. श्यामल किशोर, प्रो. नरेश कुमार, प्रो. दयानंद यादव, राकेश यादव, मुन्ना, भारत भूषण, शौकत अली, रणधीर राणा, निशांत यादव, अंकेश राणा, ऋषिकेश विवेक, सुलेंद्र कुमार यादव, सुमन यादव, लेनिन यादव, निरंजन बाबू साहब, सुमन सौरभ समेत काफी संख्या में लोग शामिल थे।
मधेपुरा से
संजीव कुमार की रिपोर्ट, updated by gaurav gupta