अररिया(संवाददाता मनीष कुमार ) : परमान नदी के जल स्तर में वृद्धि होने से जहां एक और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई पंचायतों में नदी का पानी भर गया है वही नदी के आसपास का पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया है, खासकर परमान नदी के त्रिसुलिया घाट, बाबा जी कुटिया जैसे अस्थल पूर्णरूपेण नदी के पानी से जलमग्न हो गई है जिस वजह से जहां एक और जनजीवन अस्त व्यस्त हो गई है, वहीं दूसरी ओर खास करके मृत शरीर को दाह संस्कार करने में जिला मुख्यालय वासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि नदी का जलस्तर बाबा जी कुटिया तक पहुंच गई है ऐसी स्थिति में मृत शरीर का अंतिम संस्कार करना भी दुर्लभ हो गया है, उक्त बातें सीमांचल युवा जागरण मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष सह: अररिया विधानसभा के पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी गगन कुमार झा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही श्री झा ने कहा कि अररिया नगर परिषद के द्वारा कई वर्षों पूर्व दाह संस्कार के लिए लगभग 87 लाख की लागत से शव दाह गृह का निर्माण कराया गया था, जीसे पूर्णरूपेण तैयार नहीं कीया गया और आधी अधूरी कार्य कर छोड़ दिया गया था, जो आज के वर्तमान दौर में खंडहर में तब्दील हो गया है, जो वर्तमान परिस्थिति में किसी कार्य के लिए उपयुक्त नहीं है, में जनता जनार्दन के विकास के पैसों का बंदरबांट अररिया नगर परिषद द्वारा कई वर्षों से इसी तरह किया जा रहा है, जिसका खामियाजा नगर वासियों को भुगतना पड़ रहा है, बाढ़ की स्थिति में यदि यह शव दाह गृह चालू होता और वहां तक जाने का रास्ता मार्ग भी सुचारू रूप से तैयार होता तो आज नगर वासियों को मृत शरीर के दाह संस्कार करने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता लेकिन लाखों खर्च होने के बावजूद नगर परिषद प्रशासन, जिला प्रशासन एवं जिला के जनप्रतिनिधियों के उदासीन रवैया की वजह से यह शवदाह गृह खंडहर बना हुआ है जिसकी सुधि लेने वालांे भी कोई नहीं है, आखिर नगरवासी अपने प्रिय जनों के मृत शरीर का दाह संस्कार करें तो कहां करें इस और ध्यान देना अति आवश्यक है! updated by gaurav gupta