गया(संवावदाता धीरज गुप्ता) – जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा के द्वारा संयुक्त रुप से विष्णुपद मंदिर,देवघाट, अक्षयवट, ब्रह्मसत एवं गया रेलवे स्टेशन परिसर का निरीक्षण कर पितृपक्ष मेला महासंगम के लिए की गई व्यवस्था एवं पदाधिकारियों की उपस्थिति का निरीक्षण किया गया और विष्णुपद मंदिर के निरीक्षण के दौरान गर्भगृह में फ़िसलन की स्थिति को देखकर

जिलाधिकारी ने वहां के व्यवस्थापक को लगातार पानी के फुहारा से फर्श की धुलाई करते रहने तथा वाइपर से पानी को साफ करवाते रहने का निर्देश दिया गया है गर्भगृह में चढ़ाए गए पिंड को लगातार हटवाते रहने का निर्देश नगर निगम के नगर आयुक्त श्री ईश्वर चंद्र शर्मा को दिया गया है मंदिर के बाहर लगे शुद्ध पेयजल के समीप गिर रहे पानी से भीगें फर्श को देखकर फर्श पोछा लगवाने का निर्देश दिया है जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा संपूर्ण देवघाट का भ्रमण कर तीर्थयात्रियों की स्थिति का निरीक्षण किया गया तथा देवघाट के उत्तरी छोर पर बनाए गए नए पंडाल का भी अवलोकन किया और इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य शिविर,पेयजल एवं नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया है नियंत्रण कक्ष में बैठे दिल्ली निवासी प्रेमलता गुप्ता तथा देवघाट पर उड़ीसा निवासी हरीशचंद्र बेहरा से की गई व्यवस्था का संबंध में फीडबैक लिया गया है दोनों ने प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था की सराहना की,जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने सूर्यकुंड का निरीक्षण किया और वहां पीएचईडी के द्वारा लगाए गए मोटर पंप का भी अवलोकन किया है संवास सदन में स्थापित नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया और इस अवसर पर उप विकास आयुक्त श्री किशोरी चौधरी,नगर आयुक्त श्री ईश्वर चंद्र शर्मा,सिविल सर्जन श्री राजेंद्र प्रसाद सिंहा,डीसीएलआर सदर श्री ललित भूषण रंजन,अनुमंडल पदाधिकारी सदर श्री सूरज प्रसाद सिन्हा उपस्थित थे जिलाधिकारी द्वारा ब्रह्मसत एवं अक्षयवट का निरीक्षण किया गया तथा वहां पर की गई व्यवस्था का अवलोकन किया गया और इस अवसर पर रोटरी क्लब द्वारा स्थापित शिविर का भी निरीक्षण किया गया।
रेलवे स्टेशन गया के प्लेटफार्म नंबर एक पर चाइल्डलाइन द्वारा स्थापित सहायता केंद्र का शुभारंभ जिलाधिकारी के कर कमलों से केक काटकर किया गया और इसके पूर्व सहयोगी संस्था पीपुल फर्स्ट एजुकेशनल चैरिटी ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा जिलाधिकारी,वरीय पुलिस अधीक्षक,नगर आयुक्त,उप विकास आयुक्त एवं वरीय स्टेशन प्रबंधक को पुष्पगुच्छ देकर उनका हार्दिक स्वागत किया गया है इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि विगत सात-आठ महीनों के दौरान उन्हें अनुभव हुआ कि गया में चाइल्ड ट्रैफिकिंग के मामले ज्यादा होते हैं और इस संबंध में कई राज्यों से पत्राचार होता रहता है इसका प्रमुख मार्ग रेलवे है उन्होंने कहा कि लगभग ८०% चाइल्ड ट्रैफिकिंग रेल मार्ग से ही होती है उन्होंने कहा कि इस सहायता केंद्र के समक्ष बहुत बड़ी चुनौती है गया बहुत ही संवेदनशील जिला है चाइल्ड ट्रैफिकिंग मामला में।यह एक ऐसी समस्या है कि बच्चों को रेस्क्यू करने के बाद पुनर्वास करने की आवश्यकता है इस सहायता केंद्र की स्थापना का दूरगामी प्रभाव पड़ेगा और इस चाइल्डलाइन सहायता केंद्र का प्रभाव न सिर्फ रेलवे के लिए होगा यद्यपि पूरे गया के लिए होगा।इस मामले में हमे अतिरिक्त प्रयास करने की जरूरत है, हो सकता है कि हमारे ५ मिनट के अतिरिक्त प्रयास से किसी बच्चे का जीवन बच जाए और इसलिए चाइल्ड ट्रैफिकिंग के किसी भी मामले को संवेदनशीलता से लिया जाए और उन्होंने कहा कि गया रेलवे स्टेशन जो अभी डेल्हा की ओर से खुला है उसकी घेराबंदी की योजना बनी हुई है शीघ्र ही गया जंक्शन को चारों ओर से घेराबंदी कर सुरक्षित बनाया जाएगा और उन्होंने रेलवे थाना को भी चाइल्डलाइन सहायता केंद्र को सहयोग करने को कहा। वरीय पुलिस अधीक्षक एवं अनुमंडल पदाधिकारी सदर द्वारा संबोधित करते हुए चाइल्डलाइन सहायता केंद्र की स्थापना को चाइल्ड ट्रैफिकिंग को रोकने के लिए एक सार्थक कदम बताया गया।updated by gaurav gupta

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