कांडी-प्रखण्ड क्षेत्र अंतगर्त सभी पंचायतों में हर्षोल्लास के साथ रक्षा बंधन का त्योहार मनाया गया।
रक्षा बंधन को भाई-बहन के प्रेम का बंधन का भी त्योहार कहते हैं।
बहन ने प्राचीन विधिनुसार थाली में रक्षा सूत्र,रोली,दीपक आदि सजाकर,भाई को दो भहों के मध्य तिलक लगाकर,आरती उतार कर,दाहिने हाथ के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधी।
रक्षा बंधन के इस अवसर पर बहन अपने भाई के लंबी उम्र होने का कामना करती हैं। साथ हीं भाई अपनी बहन का किसी भी मुसीबत में साथ देने व बहन की रक्षा करने के लिए वादा करता है।
भाई अपनी प्यारी बहना को इस अवसर पर पसंदीदा उपहार देता है।
यदि बड़ा भाई है तो बहन भाई का पैर छूकर आशीर्वाद लेती है,वहीं यदि बहन बड़ी हो तो भाई अपनी बहन का पैर छूकर आशीर्वाद लेता है।
इस प्रकार भाई-बहन के बीच का प्रेम,स्नेह का प्रतीक जिसे रक्षाबंधन के नाम से जाने जाने वाला पवित्र त्योहार सम्पन्न हुआ।संवाददाता-विवेक चौबे, updated by gaurav gupta