संयुक्त राष्ट्र परिसद ने 23 दिसंबर को सर्वसम्मति से लागू करते हुए परिष्कृत पेट्रोलियम पदार्थ तक उसकी पहुंच बहुत सिमित कर दी है। नया प्रतिबंध नवंबर में उत्तर कोरिया द्वारा किए गए ‘अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल’ परीक्षण के बाद लगाया गया है। अमेरिका ने कड़े प्रतिबंधों वाला मसौदा तैयार किया है, जिसमें उसके (उत्तर कोरिया के) ऊर्जा, निर्यात एवं आयात क्षेत्रों और विदेशों में उत्तर कोरियाई नागरिकों पर कठोर प्रतिबंध लगाए गए हैं। समुद्री अधिकारियों से भी उत्तर कोरिया की अवैध तस्करी संबंधी गतिविधियों पर लगाम लगाने का कहा गया है। 90 प्रतिशत परिष्कृत पेट्रोलियम पदार्थ पर सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों द्वारा हस्ताक्षर कर यह प्रस्ताव पारित किया गया व पेट्रोलियम पदार्थों के अयात पर रोक के अयात पर रोक लगा है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने कहा, ‘29 नवंबर को प्योंगयांग ने एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया था। किम शासन का महान शक्ति बनने का यह एक और प्रयास था, जबकि उसके लोग भूखे मर रहे हैं और उसके सैनिक भाग रहे हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए यह उग्र देश की ओर से पेश एक कठिन चुनौती है। इसलिए हमने भी इसका कड़ा जवाब दिया है।’