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*बीडीओ के निर्देश पर बीइओ ने विद्यालय के जांचों उपरांत मामला सही पाया।*
अनुभवी आँखे न्यूज। राज आर्यन गुड्डू।महुआ बाजार-सहरसा।
*सोनबरसा राज प्रखण्ड क्षेत्र अन्तर्गत महुआ उत्तरवाड़ी पंचायत के मध्य विद्यालय बलैठा पूर्वी के जो कि वार्ड संख्या-5 में स्थित है जिसके पुर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक मनकिशोर यादव द्वारा शराब के नशे में धुत होकर विद्यालय आते थे और अपने ही विद्यालय की सहायक शिक्षिका को लगातार अपमान जनक
व असंवेधानिक शब्दों का प्रयोग कर डराए धमकाएं जाने का एक शर्मनाक घटना सामने आया है।इस संबंध में सोनबरसा राज के बीडीओ के निर्देश पर जब बीईओ मिथलेश कुमार सिंह ने विद्यालय की जांच किया तो जांचों उपरांत मामले को सही पाया गया।तथा बीईओ ने आरोपी पुर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक
*पीड़ित सहायक शिक्षिका मोनी कुमारी द्वारा सोनबरसा के बीडीओ को दिये आवेदन के अनुसार बीते 6 फरवरी को सहायक शिक्षिका मोनी कुमारी तथा सीता कुमारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक से टीएलएम मद की राशि आने की जानकारी पुछ रही थी।इसी पर शराब के नशे में धुत आरोपी शिक्षक मनकिशोर यादव ने बीच मे बोलने लगा कि राशि आई है या नही आई तुम कौन होते है पूछने वाले और राशि आगई है।लेकिन तुमलोगों को नहीं मिलेगा।ये सुन पिडिता ने कहा कि आप शराब के नशे में हैं मैं आपसे बात नही कर रही हूँ।तो आप ऐसा क्यों बोल रहे हैं।इसी पर आरोपी शिक्षक ने अपमान जनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा तुम्हारे बाप का नहीं पीता हुं,अपने पैसे का पिता हूँ।शिक्षिका मोनी कुमारी ने ये भी आरोप लगाया है की आरोपी पुर्व प्रधानाध्यापक मनकिशोर यादव चुकी स्थानीय हैं और दबंग प्रविर्ती के होने के वजह से हफ्ते मे एक से दो दिन ही विद्यालय आया करते है।और जब विद्यालय आते है तो शराब के नशे में धुत रहता है तथा स्थानीय होने की वजह से तानाशाही रवैया अपनाते हुए पिडित शिक्षिका को डराता धमकाता रहता है।जिस वजह से पीड़ित सहायक शिक्षिका विद्यालय आने से भी डरती है।बताते चले कि विद्या की मंदिर में इस तरह की शर्मनाक हरकत बहुत ही शर्मनाक है। जब खुद स्कूल के पूर्व प्रधान इस तरह की हरकत करे जो कि खुद वो उसी स्कूल में कार्यरत है तो सोचिए बच्चों का भविष्य किस कदर गर्त में जा रहा है।हालांकि कुछ बुद्धिजीवी व स्थानीय लोगों का कहना कि इस तरह की घटना बहुत ही निंदनीय है।एक शिक्षक हो कर ऐसा करना शोभा नही देता। जो कि समाज व विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है।*