चंदवा(झारखण्ड) – – निर्मल ग्राम अलौदिया में पीएचडी विभाग द्वारा लगाए गए सोलर जलमीनार में अबतक प्लेट फार्म नहीं बनने से किचड़ में बर्तन रखकर पानी भरने को महिलाएं विवश हैं, तथा जलमीनार भी गिरने के कगार पर पहुंच गया है, सुरेश सिंह,
माध्वी देवी, सहिदन बीवी, गूड़िया बीवी, जगरून बीवी व अन्य ने बताया कि सोलर जलमीनार के जमीन पर प्लेट फार्म नहीं बनने से किचड़ में बर्तन रखकर पानी भरने को महिलाएं विवश हैं, वहीं प्लेट फार्म नहीं होने से जलमीनार भी हिल रही है, जिससे वह गिरने के स्थिति में आ गई है,
टोरी रेलवे स्कुल के समीप व भुइंया टोली के पास में जलमीनार लगे करीब एक महीने होने को हैं तथा इसपर संवेदक को जलमीनार के नीचे जमीन कि ढ़लाई कर प्लास्टर का प्लेट फार्म भी बनाना था, प्लेट फार्म बनने से जलमीनार मजबूत होती है, ग्रामीण महिलाओं को प्लेट फार्म में बर्तन रखकर पानी भरने में भी सुविधा होती है, परंतु अबतक प्लेट फार्म नहीं बन पाया है, जिससे जल मीनार हिल रही है, वहां किचड़ गंदगी भरा पड़ा रहता है, माकपा के वरिष्ठ नेता अयुब खान ने कहा कि सोलर एनर्जी से संचालित जलमीनारों की गुणवत्ता का भी ख्याल नहीं रखा गया है, ठेकेदारों ने लापरवाही से काम किया है, इस काम में जमकर कमीशनखोरी का खेल खेला गया है, पंचायतों में लगाए गए जलमीनार में लाखों रूपए की बंदरबांट कि गई है, यह योजना कमीशनखोरी की भेंट चढ़ गया है, उन्होंने जलमीनार में प्लेट फार्म बनवाने तथा संवेदक पर कार्यवाई की मॉग कि है। रिपोर्ट – अयूब खान, updated by gaurav gupta

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