नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया में एक नए शोध में पता चला है कि देश में मानव कम से कम 65,000 साल पहले बसे थे. जबकि अब तक हम सभी को यही पता था कि देश का आज का आधुनिक मानव अफ्रीका से आया था. ऑस्ट्रेलिया के नॉर्दर्न टेरीटरी के काकाडू में जबिलुका खनन पट्टे के अंदर बलुआ पत्थर के आश्रय के नीचे बने प्राचीन शिविर स्थल में कई वर्ष की पुरातात्विक खुदाई के बाद दुनिया की इस पहली खोज में यह भी पता चला कि यह मानव बस्ती अपने समय में कुशल उपकरण निर्माता थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुरातत्वविदों की एक टीम ने यह साबित किया है कि ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासी कम से कम 65,000 साल पहले से ऑस्ट्रेलिया में रहे हैं. शोध के नतीजे पहले ही दुनिया भर के पुरातत्वविद मंडल के बीच गहरी रुचि जगा चुके हैं. अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त वैज्ञानिकों ने भी इसकी समीक्षा की है और इसी सप्ताह यह निष्कर्ष दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित विज्ञान पत्रिका ‘नेचर’ में प्राकशित हुआ है.
इन खोजों में पत्थर से निर्मित दुनिया की सबसे प्राचीन बेहद पैनी एवं धारदार कुल्हाड़ी शामिल है जो यह साबित करती है कि प्राचीन ऑस्ट्रेलियावासी अपने समय में सबसे कुशल उपकरण निर्माता थे. अगले 20,000 साल बाद भी किसी संस्कृति के पास ऐसी कुल्हाड़ी नहीं थी. अंतरराष्ट्रीय टीम के नेता यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड के सहायक प्रोफेसर क्रिस क्लार्कसन ने फेयरफैक्स मीडिया को बताया, ये कुल्हाड़ी बहुत अच्छे तरीके से संरक्षित की गई थी.