बिहार कि बदहाल व्यवस्था को देखते हुए सिन्हा ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील कि है. कभी पीएम मोदी की कटु आलोचना करने वाले शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट कर पीएम मोदी से अपील कि है कि बिहार कि बदहाल व्यवस्था को ठीक करने के लिए उनके समर्थ नेतृत्व कि पहले से कहीं ज्यादा जरुरत है.
बीजेपी से कांग्रेस में शामिल होने वाले अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा इन दिनों कुछ अलग ही अंदाज़ में नज़र आ रहे हैं. बीते दिनों में पीएम मोदी और बीजेपी की तीखी आलोचना वाले नेता शत्रुघ्न सिन्हा लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद इन दिनों एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. यह खास बात ये है कि इन दिनों शत्रुघ्न सिन्हा प्रधानमंत्री मोदी को लेकर कुछ नरम दिखाई पड रहे हैं. बीजेपी से टिकट न मिलने पर पटना साहिब सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर हार चुके शत्रुघ्न सिन्हा हाल के दिनों में कई बार पीएम मोदी की तारीफ कर चुके हैं.
जहां लोकसभा नतीजों के तुरंत बाद उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को बेहतर रणनीतिकार बताते हुए पीएम मोदी को बधाई दी थी. वहीं बाद में सरकार की ओर से पांच करोड़ अल्पसंख्यकों के लिए वजीफे की घोषणा को भी शानदार शुरुआत बताया था और अब बिहार के मुजफ्फरपुर में बच्चों की हो रही मौतों को लेकर भी उन्होंने पीएम मोदी से एक खास अपील की है. यह अपील है संकट से जूझ रहे बिहार की मदद की. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा की बिहार की व्यवस्था में सुधार के लिए पीएम मोदी के हस्तक्षेप और समर्थ नेतृत्व की पहले से कहीं ज्यादा जरूरत है.
शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट करते हुए पीएम मोदी से कहा- सर, मैं विनम्रतापूर्वक अपील और अनुरोध करता हूं कि आप एक राष्ट्र के प्रधानमंत्री के रूप में तेजी से एक वैश्विक नेता बनने के इच्छुक हैं. बिहार में सुधार के लिए एक रोडमैप बनाने और इसे अमल में लाने के लिए आप तुरंत हस्तक्षेप करें. आपके सक्षम नेतृत्व, मार्गदर्शन और समर्थन की पहले से कहीं ज्यादा जरूरत है.
वहीं एक अन्य ट्वीट में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- बिहार, अब तक की सबसे बुरी पीड़ा से गुजर रहा है. एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के कारण 130 से अधिक बच्चों की मौत हो गई, वहीं ढाई सौ से अधिक लोग लू का शिकार हैं. ये दोनों घटनाएं राज्य की सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं की पूर्ण असफलता दर्शाती हैं.
आपको बता दें की इन दिनों बिहार पूरी तरह से चमकी बुखार की चपेट में हैं. जिसकी वजह से अब तक मरने वाले बच्चो की संख्या 130 के आंकड़े को पार कर गयी है. जिसपर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका है.
Updated by: Reema Bhardwaj