जयपुर – राजस्थान के लोक प्रिय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पहाड़िया जी चले गए हमारे बीच से और जो कोरोना चल रहा था तो पति-पत्नी दोनों कोरोना में दिल्ली के अंदर, उस वक्त पूरे लॉकडाउन थे, उस जमाने के अंदर, उस वक्त के अंदर देखा कि जिस रूप में दाह संस्कार हो सकता था, होना चाहिए था, वो भी नहीं हो पाया और दिल्ली में ही दाह संस्कार हो गया, ऐसी कई घटनाएं हुईं जो बहुत ही दुःख सबको देती हैं कि किसी के परिवार में क्या-क्या घटनाएं नहीं हुई हैं, बहुत ही दुःखद बात है ये, आज हम उनको याद करते हैं, इसीलिए सब लोग आज यहां पर आए पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए।
सवाल- महंगाई लगातार बढ़ रही है, सिलेंडर के दाम…?
जवाब- महंगाई का कल मैंने ट्वीट भी किया कि महंगाई की चिंता कौन कर रहा है? महंगाई की चिंता नहीं कर रहे हैं कोई, बेरोजगारी की चिंता नहीं कर रहे हैं, जब कैंपेन किया 2014 के अंदर तो मोदी जी ने कहा कि 2 करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा प्रतिवर्ष, उसको तो सब भूल गए हैं और इसीलिए देश के अंदर जो माहौल बना रखा है तनाव का, दंगों का, जिससे कि ध्यान डायवर्ट रहे, ये बहुत बड़ा आरोप है हमारा उनके ऊपर, आपने इसलिए ये कर रखा है माहौल, जो मांग कर रहा है विपक्ष कि आप शांति की अपील करें, ये कहें कि ये एंटी-सोशल एलिमेंट हैं जो दंगे करवाते हैं, वो क्यों नहीं कर रहे हैं? प्रधानमंत्री जी नहीं कर रहे हैं, गृहमंत्री जी नहीं कह रहे हैं, क्यों नहीं कर रहे हैं? क्योंकि पूरे देश में जो माहौल बना दिया, सबके भय बैठ गया दिमाग के अंदर, बात होनी चाहिए महंगाई की, बेरोजगारी की, हाहाकार मचा हुआ है युवाओं के अंदर, उसकी परवाह ही नहीं हो रही है, वो चिंता का विषय बना हुआ है हमारे लिए।
कोरोना को लेकर मैं कहना चाहूंगा कि कोरोना को भी गंभीरता से लेना चाहिए, डॉक्टर्स से मेरी बात होती रहती है, कल रात को ही मैंने बातचीत की, दिल्ली में आंकड़े आप देख रहे हो कि आते रहते हैं टीवी के अंदर भी, अभी भी जो आंकड़े आ रहे हैं उसमें कई लोगों की मृत्यु हो रही है नंबर 1, नंबर 2 ऐसी स्थिति है कि आज लंग्स के अंदर जो है उस वक्त जो स्कोर आता था जब कोविड चल रहा था, उसी ढंग के स्कोर आने लग गए हैं, डीडायमर होता है एक उनका वो बढ़ रहा है लोगों के जिनके कोरोना बढ़ता था, परंतु सबसे आश्चर्यजनक बात ये है कि आरटी-पीसीआर टैस्ट वो नेगेटिव आ रहा है, एक नई तरह की अप्रोच हो गई है कोरोना की कि आरटी-पीसीआर टैस्ट जो होता है उसमें तो आता है नेगेटिव, इसका मतलब कोरोना नहीं है आपको और बीमार जो व्यक्ति है उसके सारे लक्षण वो ही हैं जो कोरोना में होते थे। तो मैं प्रदेशवासियों को निवेदन करना चाहूंगा कि आप जरा इसको ध्यान रखें, कोई सिम्प्टम्स भी हों आपके, तो आप डॉक्टर को दिखाएं, जरूरत पड़े तो सीटी स्कैन करवाएं, कुछ भी करें, पर लापरवाही कोई नहीं करे ये मेरा आग्रह रहेगा।
सवाल- अभी देश के अंदर एक नई चर्चा शुरू हो गई है ज्ञानवापी के ऊपर, महत्वपूर्ण मुद्दे हैं उन पर चर्चा नहीं हो पा रही है, इसको एक इश्यू बनाया जा रहा है, इसको कैसे देखते हैं?
जवाब- वो ही मैं देख रहा हूं, इस रूप में देख रहा हूं, महंगाई को लेकर, बेरोजगारी को लेकर कि देश किस दिशा में जा रहा है, मैं बार-बार जो बोलता हूं कि देश किस दिशा में जा रहा है, किस दिशा में जाएगा, ये किसी को नहीं मालूम है क्योंकि जो लोग सत्ता में बैठे हुए हैं, इनको जनता का भय नहीं है, हिंदू धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं तो इनको ये घमंड आ गया है कि सब हिंदू हमारे साथ में हैं, कौन हमारा क्या बिगाड़ लेगा? कांग्रेस के शासन में क्या हुआ करता था, जैसे ही मीडिया आरोप लगाता कोई, मुख्यमंत्री पर, मंत्री पर, मीडिया, तो हम समझते थे कि जनता की भावनाओं को रीप्रजेंट कर रहा है मीडिया, तो कांग्रेस नेतृत्व हमेशा देखता लोग क्या कहेंगे? लोग क्या सोचेंगे हमारे बारे में कि हम सत्ता में बैठे हुए हैं और ये घटना हो रही है, मीडिया में आ रही है, तत्काल फैसले होते थे, मंत्री हटा दिए, इस्तीफे ले लिए मुख्यमंत्रियों के, रेल मंत्री के, लॉ मिनिस्टर के, ये लोकतंत्र का कायदा होता है। इनके राज में इनको मतलब ही नहीं है कि लोग क्या कहेंगे? लोग क्या सोचेंगे? इनको कोई मतलब नहीं है, ये डेमोक्रेसी के लिए खतरा है, ये आम जनता को समझना पड़ेगा कि हिंदुत्व के नाम पर आपको जो भ्रमित कर रहे हैं, ये हमारे लिए उल्टा पड़ेगा देशवासियों के लिए, ये जनहित में नहीं है, आम लोगों के हित में नहीं है, ये समझना पड़ेगा।
सवाल- आज से बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक है और बीजेपी वाले ये बोल रहे हैं कि अब अशोक गहलोत सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी, उनका ये आरोप था?
जवाब- मैंने पहले भी कहा न आपको करौली के अंदर, वो ही बात है, करौली, राजगढ़, जोधपुर, तीनों जगह दंगे भड़कने से हमने रोक दिया, दंगे नहीं भड़कने दिए, दंगा भड़कना बहुत बड़ी बात होती है। तीनों जगह घटनाएं हुईं, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की, रोक दिया दंगों को, एक कैजुअलिटी नहीं होने दी, आगजनी हुई, 1 घंटे का जो कुछ हुआ करौली में 1 घंटे की वहां पर घटना हुई थी, 1 घंटे में दुकानें जला दी गईं क्योंकि योजनाबद्ध तरीके से वो काम हुआ था, बीजेपी के बड़े नेता मुख्य आरोपी हैं वहां पर, परंतु 20 दिन तक देशभर में करौली-करौली चलता रहा क्योंकि इनके एजेंडा में है कि प्रदेश में चुनाव आ रहे हैं, उनको बदनाम कैसे करो? ये इनका एजेंडा है, तो आपको समझना पड़ेगा कि जैसे ही हमारे चिंतन शिविर की घोषणा हुई उदयपुर के अंदर और साथ-साथ में इनका चिंतन शिविर आ गया जयपुर के अंदर, इतने घबराए हुए लोग हैं ये। तो ये घबराहट का नतीजा है कि आज ये कुनबा इकट्ठा हो रहा है, तो ये कुनबा इसलिए इकट्ठा हो रहा है कि इतने घबरा गए हैं। इसलिए आप समझ सकते हो, मुझे लगता है कि इस बार जनता फैसला करेगी कि कांग्रेस के पक्ष में मतदान करें, दोबारा कांग्रेस को सत्ता में लाएं, मुझे लगता है क्योंकि ऐसे-ऐसे काम हमने किए हैं, जो पूरे देश में कहीं नहीं हैं, पूरे देश में अगर स्वास्थ्य सेवाएं हों, शिक्षा का क्षेत्र हो, जिस प्रकार पानी में, बिजली में, शिक्षा में स्वास्थ्य में सड़कों में और सोशल सिक्योरिटी में काम राजस्थान में हो रहा है, मैं समझता हूं कि बहुत कम प्रदेश में हो रहा है और हमारी कई स्कीमें तो ऐसी हैं जो सिर्फ राजस्थान में लागू हो रही हैं। किसान का बजट लेकर आए हम लोग, हमने घोषणा की, उसके बाद में पहली असेंबली आ गई तमिलनाडु की, वो लेकर आए बजट किसानों का, फिर हमने पेश किया इस बार हमने, तो सब बातें नवाचार हो रहा है तो राजस्थान से हो रहा है और मोदी जी को करना पड़ रहा है। आज मैंने पढ़ा है भास्कर के अंदर, पत्रिका में कि जो हमारी इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना है, प्रधानमंत्री जी की आर्थिक सलाहकार समिति ने कल रिकमंड किया है कि राजस्थान की तरह पूरे देश में लागू होना चाहिए, शहरी रोजगार योजना लागू होना चाहिए। चिरंजीवी योजना लेकर आए हम लोग, आईपीडी-ओपीडी सब फ्री, 10 लाख रुपए तक का बीमा कंट्री में कहीं नहीं है, आखिर में प्रधानमंत्री जी को भी करना पड़ेगा उसको पूरे देश के लिए, मेरा मानना है। ओपीएस हमने लागू की है देश के अंदर, पूरे देश के राज्यों के अंदर हलचल मच गई है, सब यहां आकर पूछकर जा रहे हैं या इन्क्वायरी कर रहे हैं हमारे चीफ सेक्रेटरी से, हमारे फाइनेंस सेक्रेटरी से कि भई ये किस-किस प्रकार से आपने किया है, अधिकांश योजनाओं की जानकारी हमारे यहां से ली जा रही है, ये स्थिति है।
सवाल- ईआरसीपी को लेकर एक बड़ा मूवमेंट अब पूर्वी राजस्थान में खड़ा हो गया है और अब एक अभियान के रूप में ….
जवाब- मूवमेंट खड़ा होना चाहिए, जनता को आगे आना पड़ेगा दबाव देने के लिए, हमने दबाव देना था वो दे रहे हैं, प्रधानमंत्री जी को वादा किया वो याद दिला रहे हैं हम लोग, वादा किया आपने जयपुर में और अजमेर के अंदर। उनकी सरकार के मंत्री कह रहे हैं, जो जलशक्ति मंत्री हैं कि कोई वादा किया ही नहीं, मैं संन्यास ले लूंगा राजनीति से, अब उनके मुंह पर ताला लग गया है, वो संन्यास कब लेंगे पता नहीं? स्थिति ये है।
सवाल- गणेश घोघरा ने इस्तीफा दिया है, उन्होंने कहा कि पट्टों को लेकर मैंने प्रदर्शन किया, मेरे ही ऊपर एफआईआर कर दी गई है, लोकल प्रशासन सुन नहीं रहा है, कहा है कि मैं जनता का प्रतिनिधि हूं और जनता की बात कर रहा हूं और आगे भी प्रदर्शन करता रहूंगा अगर मेरी बात नहीं सुनी तो ?
जवाब- देखिए नौजवान साथी हमारा है वो, भावुक आदमी है और संघर्ष करते रहते हैं अपनी जनता के लिए, उसकी तो तारीफ करनी चाहिए, सभी जगह जो जनप्रतिनिधि जनता के बीच जाएगा, जैसा राहुल गांधी जी ने कहा था कि जनता से कनेक्शन जोड़ो, इसलिए गणेश घोघरा जी ने अगर कोई कदम उठाए हैं, जिसमें गए वहां पर जनसुनवाई करने के लिए, जाना चाहिए सब विधायकों को, सब कार्यकर्ताओं को जाना चाहिए क्योंकि हमारा असली काम राजनीति में करने वाला यही होता है कि आप जब मौका मिले जनता से मिलें, जनसुनवाई करें और समस्या हल करें, ये तो ठीक है। वहां घटना एक दूसरी हो गई, वहां कोई अतिउत्साह में किसी को बंद कर दिया एसडीएम को बंद कर दिया, तो कानून का राज है राजस्थान के अंदर और कानून का राज रहना चाहिए, इसलिए एफआईआर दर्ज हो गई। तो मेरा मानना है कि आपको याद होगा, मैं बार-बार रिपीट कर रहा हूं जब दंगे होने की खबरें आई थीं या तनाव हुआ था हिंदू-मुस्लिम के अंदर, तब भी मैंने कहा था, चाहे कोई जाति का हो, कोई धर्म का हो, कोई वर्ग का हो, कोई राजनीतिक पार्टी का हो, ये कोई कहना कम बात नहीं है कि मैं खुले तौर से कह रहा हूं कि कोई राजनीतिक पार्टी का व्यक्ति हो गया, अगर वो दंगे करवाएगा, हिंसा करेगा तो कानून अपना काम करेगा, अगर ये भावना नहीं होगी तो हम शांति कभी स्थापित नहीं कर सकते, ये स्थिति है। तो गणेश घोघरा जी का मामला इसलिए उनको फील हुआ होगा कि भई एफआईआर लॉज हो गई, तो कार्यकर्ता भी वहां थे मान लीजिए, उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई होगी, इस रूप में प्रोवोकेशन जो हुआ होगा, उसके कारण से इस्तीफा देने का उन्होंने घोषणा की होगी। हम उनको समझाइश करेंगे, अच्छे व्यक्ति हैं, नौजवान साथी हैं, मैं उम्मीद करता हूं कि वापस नॉर्मल स्थिति बन जाएगी।
सवाल- बेणेश्वर में उन्होंने कहा था गणेश घोघरा ने राहुल जी के सामने कि अगली सरकार अशोक गहलोत की बनेगी, भावना प्रकट की थी, जोश दिख रहा था उस दिन उस सभा के अंदर भी…
जवाब- ‘हमारे मुख्यमंत्री गांधीवादी नेता हैं और सरकार बनेगी हमारी’, तो आप समझ जाओ कि जो गांधीवादी नेता है हमारे मुख्यमंत्री, तो एसडीएम को बंद करने वाला काम तो गांधीवादी है नहीं, ये बात है। तो अतिउत्साह में कोई कार्रवाई कार्यकर्ताओं ने कर ली होगी, मैंने जानकारी प्राप्त की है वहां पर, तो उनसे बातचीत करेंगे कि उनकी क्या शिकायत है, दूर करेंगे उनकी शिकायत
सवाल- महेंद्र चौधरी जी के भाई के ऊपर …
जवाब- अब किसी के भाई पर, किसी के बेटे पर, ये तो देखो बात सुनो, समाज में सब तरह की बातें होती हैं, जब तक आपको ये नहीं लगे कि राजनीतिक हस्तक्षेप हो रहा है, मैं गंभीरता से कह रहा हूं आपको, कई बार मीडिया वाले भाई को लेकर, बेटे को लेकर, पत्नी को लेकर कुछ बोल देते हैं, छापते रहते हैं, वो अच्छी परंपरा नहीं है। हां अगर आपको लगे, आप राजनीतिक पद पर बैठे हुए हो, एमएलए हो, एमपी हो, मंत्री हो और आप अपने पद के प्रभाव का उपयोग कर रहे हो बचाने के लिए, तब आप आरोप लगाओ उस विधायक पर, एमपी पर या मंत्री पर, अगर कोई रिलेटिव कोई काम करता है, गलत काम करता है, कानून उसका अपना काम करेगा और हमारे राज में पहला यही मामला है कि राजस्थान में मैंने तमाम अधिकारियों को, गृह विभाग को, पुलिस प्रशासन को, सबको दो टूक कहा हुआ है कि आपको निष्पक्ष होकर काम करना है नीचे से ऊपर तक, कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं चलेगा, न करना चाहिए किसी को। फरियादी कोई आता है, अन्याय हो रहा है, उत्पीड़न हो रहा है, आप उसके लिए बात कर सकते हो कि हमारे पास ये फीडबैक है, पर जो अधिकारी है, उसकी ड्यूटी है कि जिसने क्राइम किया है, उसके बचाव की कोई सिफारिश किसी की नहीं माने, जो पीड़ित पक्ष है, उसको न्याय सुनिश्चित करने के लिए बात सुनना उसका फर्ज बनता है, चाहे वो एमएलए हो, एमपी हो, या कोई भी मंत्री हो, ये उसका फर्ज बनता है, वहां अगर कोताही करते हैं तो हमें तकलीफ होती है, वरना वो अपना काम करे, निष्पक्ष जांच करे, हमें खुशी होगी।
सवाल- परीक्षा के पर्चे कांस्टेबल के फिर से लीक हुए, आपकी सरकार ने एक कानून भी बनाया…
जवाब- पूरे देश के राज्यों में, अभी 20 दिन पहले बिहार में, अभी 5-10 दिन पहले मेरे ख्याल से पंजाब में, सब जगह पर्चे आउट हो रहे हैं, ये जो गैंग बन चुकी है देश के अंदर, ये भी उसका परिणाम भी है कि जो बेरोजगारी फैल रही है, बेरोजगारी का मुद्दा देश में बना हुआ है, जिसके लिए हम कहते हैं कि ध्यान डायवर्ट कर रहे हैं, ये भी उसी का परिणाम है। जो क्राइम हो रहा है, रेप हो रहे हैं, काफी हद तक उसमें भी उसका कारण होता है कि जब आदमी फ्रस्ट्रेशन में आता है, ये क्राइम करता है, नशा-पता करता है, क्या-क्या नहीं करता है? भारत सरकार हो चाहे राज्य सरकारें हों, हम सबकी ड्यूटी बनती है कि अधिक से अधिक हम कैसे नौकरियां लगवाएं नौजवानों की, छात्रों की, बेरोजगारों की, चाहे सरकारी हो, चाहे गैर-सरकारी हो, तो कहीं न कहीं रोजगार मिलना चाहिए उनको, नहीं मिलेगा तो क्राइम बढ़ेगा, घटनाएं बढ़ेंगी और पेपर लीक की तरह घटनाएं भी गैंग बनाकर होंगी, जो हो रही हैं, हर राज्य में होने लग गई हैं, यूपी में बहुत बड़ी घटना हुई थी आपको मालूम है, हर राज्य में होने लग गई हैं, तो ये बहुत चिंता का विषय है। राजस्थान में हमने कानून भी पास किया है, हम चाहते हैं कि उसको हम लोग सुनिश्चित करेंगे कि यहां टाइम पर रोजगार मिले लोगों को। हमने इतनी बड़ी संख्या में नौकरियां निकाली हैं, उसका फायदा तो मिले लोगों को, ये हमारी सोच है।
सम्पादक कमल दास बापू की रिपोर्ट दिल्ली से
updated by gaurav gupta