पटना – स्थानीय कंकड़बाग कॉलोनी में बिहार स्वास्थ्य शिक्षा परिषद की आकस्मिक बैठक कला सांस्कृतिक पुरुष व पत्रकार विश्व मोहन चौधरी संत के अध्यक्षता में हुई जिसमें सीनियर सिटीजन काउंसिल के आजीवन रहे सदस्य और वशिष्ठ अधिवक्ता शिव मोहन जी के मुंबई में आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया।
शिव मोहन जी के निधन पर सभी ने दो मिनट का मौन धारण किया कर उनके आत्मा के शांति के लिए भगवान से सभी ने प्रार्थना की।
अध्यक्षीय भाषण देते हुए श्रीसंत ने कहा की शिव मोहन जी बड़े ही मृदु स्वभाव के थे और समस्याओं से लड़ने वाले वैसे अधिवक्ता थे जिनके पास पैसा नहीं भी रहता था उसके लिए भी वह तन मन धन से उसके केस को लड़ते थे। साथ ही न्यायालय में उचित न्याय दिलाने के लिए हमेशा से तत्पर रहते थे। उन्होंने कभी भी ऐसे लोगों का न्याय नहीं दिलवाए जो वास्तव में अन्याय करते हो, इसके पक्षधर रहे साथ ही लोगों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहें। उन्होंने समाज के हर वर्गों की समस्याओं को सुनकर उसका निवारण करने की जरूरतें समझे। लोगों के कल्याणकारी योजनाओं में हमेशा से आगे और सक्रिय रहते थे। जब भी समाज में कोई समस्या उनको दिखाई देता था, तो उसके लिए तत्पर होकर समाधान करने के लिए लग जाते थे। उसका समाधान करके ही छोड़ते,ऐसे समाजसेवी का, ऐसे वरिष्ठ वकील का निधन से लोगों में दुख व्याप्त है।
बैठक में एजी न्यूज़ के बिहार ब्यूरो प्रमुख आकाश कुमार ने कहां ऐसे मोहन जी आज के युग के मानव नहीं महामानव थे, जिन के निधन से लोगों में दुखों का संचार और खास करके मुजफ्फरपुर की जनता इनको कभी भी भूल नहीं सकती है।
तिलक मैदान निवासी समाजसेवी अमरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हम सभी इनके सानिध्य में रहे और जिस प्रकार उनकी सेवा भावना को हमने देखा मुझ में भी ऐसे ही धारणा का संचार हुआ और हम लोगों ने उनके निधन पर जितने भी दुख झेलना पर रहा है। अब लगता है कि उनके बाद हम सबों को अपने समाज के लिए कुछ करना होगा।
शोक व्यक्त करने वालों में इवेंट मैनेजर नीरज सिन्हा,शिक्षक सियाराम तिवारी,शिक्षिका सुधा श्रीवास्तव,अमरजी,प्रेमजी, मनी मोहन उर्फ बॉबी,सपना आदि प्रमुख थे।
updated by gaurav gupta