दरभंगा(संवाददाता कौशल कुमार मिश्रा)जिलाधिकारी श्री राजीव रौशन की अध्यक्षता में जिला निरीक्षण समिति द्वारा दरभंगा जिला के बाल गृह, पर्यवेक्षक गृह एवं विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान का निरीक्षण किया गया।

जिला शिक्षा पदाधिकारी विभा कुमारी, स्वास्थ्य विभाग के डी.एम.ओ. जय प्रकाश महतो, सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई नेहा नूपुर, अजीत मिश्रा, गुंजन कुमारी, सदस्य किशोर न्याय परिषद तथा वीरेन्द्र कुमार झा, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति ने सदस्यों के रूप में निरीक्षण में भाग लिया।

निरीक्षण के दौरान पंकज सिन्हा, बाल संरक्षण पदाधिकारी के साथ-साथ दोनों गृह के अधीक्षक व अन्य कर्मी उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि किशोर न्याय नियमावली, 2017 की धारा 41 के तहत जिला निरीक्षण समिति प्रत्येक तीन माह पर जिले में संचालित विभिन्न बाल देखरेख संस्थानों का निरीक्षण कर अपना प्रतिवेदन समाज कल्याण विभाग को प्रपत्र – 46 में भेजती है।

सर्वप्रथम जिला पदाधिकारी सैदनगर स्थित बाल गृह पहुँचे, जहाँ उन्होंने गृह में उपलब्ध व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए बच्चों से मित्रतावत बातें की। जिलाधिकारी को सहायक निदेशक ने जानकारी दी कि वर्तमान में बाल गृह में कुल 34 बच्चें आवासित हैं, जिनमें 11 बच्चे विशेष आवश्यकता (दिव्यांग) वाले हैं। उन्होंने बताया कि 04 बच्चे समस्तीपुर जिला के, 01 मधुबनी, 01 गया और शेष दरभंगा जिला के बच्चें हैं। 09 बच्चों के परिवार की खोज कर पुनर्वास की प्रक्रिया की जा रही है।

जिलाधिकारी ने बच्चों से खानपान, शिक्षा, खेलकूद एवं पुनर्वास के संबंध में जानकारी प्राप्त की। वह बाल गृह की साफ-सफाई से संतुष्ट हुए। साथ ही उन्होंने बड़े बच्चों का आयु निर्धारण कराकर उन्हें व्यवसायिक प्रशिक्षण से जोड़ने का निर्देश दिया।

इस पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष वीरेन्द्र झा ने एक बच्चे को के.एफ.सी. में रोजगार दिलाने की प्रक्रिया करने की जानकारी दी।

तत्पश्चात् जिलाधिकारी पर्यवेक्षण गृह पहुँचे। उन्हें जानकारी दी गयी कि वर्तमान में 81 बच्चें यहाँ आवासित हैं, जिनमें 08 दरभंगा के, 26 समस्तीपुर के तथा 47 मधुबनी जिला के हैं। जिलाधिकारी ने बच्चों से बात कर पर्यवेक्षण गृह में दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली।

सहायक निदेशक ने बताया कि गृह के 06 बच्चों ने इंटर की परीक्षा दी है तथा 01 बच्चा मैट्रिक की परीक्षा में शामिल होगा। गृह में डिजिटल लर्निंग बोर्ड, प्रोजेक्टर, लाइब्रेरी आदि की व्यवस्था पायी गयी। निरीक्षण के दौरान बच्चे बॉलीबाल, बैडमिटन आदि खेल रहे थे।

तदोपरांत विशिष्ट दत्तक संस्थान के निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि 01 बच्चा (06 माह का) तथा 01 बच्ची (15 दिन की) आवासित है। गृह में साफ-सफाई संतोषजनक पायी गयी। जिलाधिकारी द्वारा छोटे बच्चों को ठंड से विशेष बचाव करने का निर्देश दिया गया। साथ ही नवजात/परित्यक्त बच्चा पाये जाने पर जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, विशिष्ट दत्तक संस्थान तथा चाइल्ड लाईन के टॉल फ्री नम्बर – 1098 पर सूचना देने का पर्याप्त प्रचार-प्रसार करवाने का निर्देश दिया।

updated by gaurav gupta 

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